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उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भाजपा प्रत्याशियों की फोटो दिखाई देने की शिकायत निर्वाचन आयोग को हुई। शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू हुई, लेकिन यहां भी हर बार की तरफ कुछ अलग ही हुआ। पुलिस प्रशासन की तरफ से जांच कर रहे अधिकारियों ने पहले कुलपति प्रो. एसएस पाण्डे के नाम जवाब के लिए पत्र भेजा, लेकिन कुछ घंटे बाद ही दूसरा पत्र भेजा गया। अब कुलसचिव के नाम से पत्र भेजा गया और इस पत्र में साक्ष्य के साथ जवाब मांगा। कुलसचिव डीके बग्गा का कहना है कि जानकारी भेजने का पत्र आया था, जवाब भेज दिया है। दो पत्र की बात पर उन्होंने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
शिकायतकर्ता के हुए बयान
विवि बेवसाइट पर भाजपा प्रत्याशियों की फोटो दिखाई देने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को शिकायतकर्ता बबलू खिंची से बयान दर्ज करवाए। इसमें बबलू खिंची ने कुलपति पर दलगत राजनीति से प्रभावित होकर काम करने के आरोप लगाया। बता दें कि विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुसार प्रशासनिक और अकादमिक प्रमुख कुलपति होता है।
लिंक मामले में भी शिकायत
विक्रम विवि के दर्जनों कॉलेजों के परीक्षा फार्म की लिंक नहीं खोलने के मामले में भी अशासकीय महाविद्यालय संघ ने निर्वाचन आयोग को शिकायत हुई है। इसमें लिखा है कि यह मुद्दा कार्यपरिषद में जाना था, आचार संहिता के चलते कार्यपरिषद की बैठक नहीं हुई, लेकिन बिना बैठक के निर्णय हो गया।
विवि प्रशासन ने भेजा पुलिस को जवाब
विक्रम विश्वविद्यालय की बेवसाइट पर भाजपा प्रत्याशियों की फोटो दिखाई देने के मामले में शनिवार को अधिकारियों ने माधव नगर पुलिस को जवाब भेजा। बता दें कि उक्त मामले की निर्वाचन आयोग को शिकायत हुई। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता से बयान दर्ज करवाए और विवि प्रशासन को पत्र भेजा। पत्र के अनुसार शनिवार 11 बजे तक जवाब भेजा जाना था। यह पत्र शनिवार को विवि पहुंचा। अधिकारियों ने तत्काल जबाव भेज दिया। जवाब के अनुसार विवि ने लिखा है कि जानकारी लगते ही फोटो बेवसाइट से हटा दी गई।
Published on:
25 Nov 2018 07:30 am
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