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महाकाल को चढ़ाया चांदी का मुकुट और कुंडल

महाराष्ट्र के श्रद्धालु ने दान में किए अर्पित

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उज्जैन. महाकालेश्वर भगवान के धाम श्री महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. कोरोना प्रोटोकाल में शिथिलता के बाद तो मानो यहां रोज मेला सा लग रहा है. महाकाल मंदिर प्रशासन ने भी भक्तों की सुविधा के लिए कई नई सहूलियतें भी दी हैं. इधर महाकाल को अनूठी या महंगी चीजें दान में देने की परिपाटी भी चल रही है.

अपनी इच्छा व मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धानुसार भगवान को महंगी या अनूठी भेंट अर्पित करते हैं श्रद्धालु - अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर महाकाल के भक्त उन्हें अपनी इच्छानुसार सामग्री दानस्वरूप भेंट करते रहे हैं. श्रद्धालु अपनी इच्छा व मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धानुसार भगवान को महंगी या अनूठी भेंट अर्पित करते हैं। इसके अलावा नि:शुल्क अन्नक्षेत्र, गोशाला आदि में भी भक्त अपनी श्रद्धानुसार दान करते रहते हैं। ये निशुल्क सुविधाएं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित की जाती हैं.

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बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट अर्पित किया, साथ ही महाकाल को कुंडल भी चढ़ाए- एक भक्त ने बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट अर्पित किया है. इसके साथ ही महाकाल को कुंडल भी चढ़ाए हैं। बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और कुंडल अर्पित करनेवाला महाराष्ट्र का श्रद्धालु बताया जा रहा है. मंदिर प्रशासन ने बताया कि नागपुर निवासी विजय पिता भास्कर राव बंसोड ने महाकालेश्वर को चांदी का मुकुट और कुंडल अर्पित किया है।

विजय बंसोड महाकाल के दर्शन करने रविवार को मंदिर में पहुंचे थे। बताया जाता है कि उन्होंने महाकाल मंदिर के पुरोहितों से बात की और महाकालेश्वर के समक्ष चांदी का मुकुट और कुंडल अर्पित करने की इच्छा व्यक्त की. विजय बंसोड ने महाकाल को ये दोनों चीजें दान में दीं, इसपर उनको महाकाल समिति की ओर से विधिवत रसीद भी प्रदान की गई। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सालों से ये व्यवस्था चल रही है. खास बात यह भी है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर की अधिकांश व्यवस्थायें दान के माध्यम से ही संचालित होती हैं।