
उज्जैन (सुमराखेड़ा). हम अक्सर लोगों से प्रशासनिक अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल ही सुनते है, लेकिन उज्जैन जिले के ग्राम छड़ावद कांकड़ में तराना तहसीलदार डीके वर्मा ने एक अलग ही मिसाल पेश की है। तहसीलदार वर्मा की मानवीय पहल समूचे तहसील क्षेत्र में सराही जा रही है। दरअसल लॉकडाउन के दौरान जब इस गांव की एक युवती की शादी की तैयारी चल रही थी तो तहसीलदार वर्मा ने मौके पर पहुंचकर परिवार को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की सलाह के साथ यह आश्वासन भी दिया था कि जब भी लॉकडाउन समाप्त होगा, वे खुद गांव आकर गरीब किसान परिवार की इस बेटी की शादी कराएंगे, लॉकडाउन में बिना अनुमति शादी नहीं हो सकती। जुलाई माह में तहसीलदार ने अपना आश्वासन हकीकत में भी बदला और पूरा खर्च खुद उठाकर गांव की बेटी की शादी धूमधाम से कराई। किसान परिवार की शादी में तहसीलदार
खुद घराती बनकर शामिल हुए।
सख्त लॉकडाउन के बीच 22 मई को रूकवाई थी शादी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते उज्जैन जिले में मई माह पूरी तरह सख्त लॉकडाउन वाला रहा। इसी दौरान 22 मई को तहसीलदार डीके वर्मा को सूचना मिली थी कि छड़ावद कांकड़ निवासी रायसिंह की बेटी की शादी 22 मई को हो रही है। सूचना पर तहसीलदार वर्मा ने टीम के साथ गांव पहुंचकर दुल्हन के माता पिता सहित परिजनों को समझाया कि इस समय कोरोना का संक्रमण फैल रहा है और आप ऐसे समय में शादी कर रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है। इस समय लोगों को इकठ्ठा कर बेटी की शादी करने पर परिजनों पर कोरोना गाइडलाइन के नियमों का उल्लंघन करने की धाराओं में कार्रवाई हो सकती है। साथ ही तहसीलदार डीके वर्मा ने दुल्हन के परिजनों को समझाया कि अगर इस समय आप लोग यह शादी रोक देते हैं तो आगे आप जो भी तारीख बेटी की शादी की तय करेंगे, उसका सारा खर्चा वे खुद उठाएंगे तथा बेटी की शादी में शामिल होने गांव भी आएंगे।
पत्नी के साथ शादी में शामिल हुए और खर्चा भी उठाया
तहसीलदार वर्मा ने सपत्नीक 1 जुलाई को छड़ावद कांकड़ निवासी गरीब किसान रायसिंह के घर पहुंचकर दुल्हन प्रियंका को आशीर्वाद दिया और चांदी की पायल भी भेंट की। वहीं इस शादी का पूरा खर्चा जैसे खाने का समान, विवाह सामग्री सहित अन्य सामान का खर्चा भी वहन किया। तहसीलदार वर्मा के इस सराहनीय कार्य की पूरे प्रशासनिक अमले सहित नगर और जिले में भी प्रशंसा की जा रही है। दुल्हन को आशीर्वाद देने तहसीलदार वर्मा उनकी पत्नी और एसआई बाबूलाल चौधरी, पटवारी दशरथ, पटवारी रूपल परिहार, पंचायत सचिव दरबार सिंह चौहान, सैय्यद नियामत अली, आरक्षक सुनील जामलिया सहित अन्य लोग उपस्थित थे। बेटी प्रियंका जहां शादी से खुश नजर आई, वहीं बेटी के परिजनों ने कहा कि तहसीलदार साहब ने हमें उस वक्त रोका था तो थोड़ा अचरज लगा लेकिन आज उन्होंने जिस तरह हमारी मदद की और खुद गांव आकर बेटी को आशीर्वाद दिया, ऐसा हमने पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने शादी का खर्चा खुद उठाकर हमारी आर्थिक मदद भी की है तो गांववाले भी वर्मा के इस कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं।
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Published on:
02 Jul 2021 09:04 pm
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