उज्जैन

उज्जैन कलेक्टर ने जीवनखेड़ी को सिंहस्थ क्षेत्र अधिसूचित किया

मास्टर प्लान में जिस जीवनखेड़ी को आवासीय घोषित किया, कलेक्टर ने जून 2023 में जारी अधिसूचना में जीवनखेड़ी के 146 हैक्टयर भूमि को शामिल करते हुए बताया था सिंहस्थ के लिए उपयोगी

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मास्टर प्लान २०३५ में इस जमीन आवासीय घोषित किया गया है, वहीं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सिंहस्थ मेला अधिसूचित क्षेत्र की जारी अधिसूचना में जीवनखेड़ी की १४६.०६३ हैक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है।

जितेंद्रसिंह चौहान उज्जैन। इंदौर रोड पर शिप्रा नदी से लगे जीवनखेड़ी की जमीन को लेकर बड़ा घालमेल सामने आया है। मास्टर प्लान २०३५ में इस जमीन आवासीय घोषित किया गया है, वहीं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सिंहस्थ मेला अधिसूचित क्षेत्र की जारी अधिसूचना में जीवनखेड़ी की १४६.०६३ हैक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है। यहीं नहीं कलेक्टर ने इस भूमि को सिंहस्थ के महत्वपूर्ण तक बताया है। सवाल उठ रहे हंैं कि जीवनखेड़ी की जमीन सिंहस्थ के लिए अधिसूचित कर रखी है तो फिर मास्टर प्लान में इसे आवासीय कैसे घोषित कर दिया गया।
मास्टर २०३५ में सिंहस्थ क्षेत्र में जीवनखेड़ी, सांवराखेड़ी व दाउदखेड़ी की जमीन को शामिल करने की मांग साधु-संत से लेकर शहरवासी करते रहे। मास्टर प्लान की जीवन खेड़ी का आवासीय से सिंहस्थ क्षेत्र करने के लिए सर्वाधिक आपत्ति दर्ज है। इस पूरे मामले में प्रशासनिक स्तर पर दौहरा रवैया सामने आया है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने १२ जून २०२३ को मध्य भारत सिंहस्थ मेला अधिनियम १९५५ की धारा १ की उपधारा (२) के तहत सिंहस्थ २०२८ के लिए मेला अधिसूचित क्षेत्र घोषित करने की अधिसूचना जारी की थी। इसी में सेटेलाइट टाउन की सात जमीनों में से एक पर जीवनखेड़ी (तहसील कोठी महल) की १४६.०६३ हैक्टेयर भूमि को भी सिंहस्थ में शामिल किया गया है। इसके साथ ही दाउदखेड़ी के पीछे सिंहस्थ बायपास रोड की १४८.६९७ हैक्टयर जमीन को भी सेटेलाइट शामिल किया है। पिछले महीने मास्टर प्लान जारी हुआ तो इसमें जीवनखेड़ी की जमीन को आवासीय घोषित कर दिया है। सूत्रों की माने तो कलेक्टर द्वारा घोषित अधिसूचना को शासन स्तर पर मान्य नहीं करवाने के लिए बड़े स्तर जानकारियां छुपाई गई और कुछ लोगों को फायदा दिलाने के लिए मास्टर प्लान २०३५ से बाले-बाले मुक्त करवा दिया।
अधिसूचना का दो माह से नहीं हो गजट नेाटिफिकेशन
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा सिंहस्थ भूमि को लेकर जारी अधिसूचना को शासन स्तर पर गजट नोटिफिकेशन जारी होना है। कलेक्टर ने २१ जुलाई २०२३ को नगरीय प्रशासन उप सचिव को पत्र लिखकर नोटिफिकेशन कराने का पत्र लिख चुके है। शासन स्तर से अधिसूचना जारी होने से पहले अस्थायी अधिग्रहण के मूल्यांकन की जानकारी मांगी है। इसी के बाद सिंहस्थ भूमि का गजट नोटिफिकेशन अटका हुआ है। सिंहस्थ २०२८ के लिए ४०४८.१९२ हैक्टेयर भूमि अधिसूचित की गई है जबकि सिंहस्थ २०१६ मे ३९०२.०६६ हैक्टेयर अधिसूचित की थी।

कलेक्टर बोले- जीवन खेड़ी आवासीय घोषित, इसे सिंहस्थ क्षेत्र घोषित करना आवश्यक
जीवनखेड़़ी की जमीन को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में इसे सिंहस्थ क्षेत्र में अधिसूचित करने की आवश्यकता जताई। कलेक्टर ने बताया कि वर्ष २०१६ के सिंहस्थ के दौरान जीवनखेड़ी में मुलभूत सुविधाएं नहीं होने के कारण इसे सिंहस्थ भूमि में शामिल नहीं किया गया था। वर्तमान में जीवनखेड़ी में पहुंच मार्ग उपलब्ध है इसलिए १४६.०६३ हैक्टेयर जमीन को सिंहस्थ क्षेत्र में शामिल किया जाए। कलेक्टर ने यहां तक लिखा है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्विटर हैंडल (एक्स) पर भी घोषणा की है कि सिंहस्थ २०२८ के लिए जमीन की कमी नहीं आने दी जाएगी। ऐसे में गजट नोटिफिकेशन में जीवनखेड़ी की भूमि को भी शामिल किया जाए।

यह जमीन सिंहस्थ के लिए अधिसूचित
पड़ाव- कस्बा उज्जैन (१३४६.२९३ है.), गोंसा (१७८.७६० है.), मोहनपुरा(३६२.२९६ है.), कोलूखेड़ी (२४.११५ है.), भदेडमयचक(१८४.५६१ है.), भेरूगढ़ (७८.२९४ है.), मोजमखेड़ी (९९.६०३ है.), खिलचीपुर (२२३.४४३ है.), चक भीतरी (२२.७९६ है.), भीतरी (३६६.७५१ है.), कमेड (१७४.७४९ है.) कुल भूमि ३०६१.६०७ हैक्टेयर।
सेटेलाइट टाउन- दाउदखेडी के पीछे सिंहस्थ बायपास रोड (१४८.६९७ है.), शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज (२४.९८१ है.), सोयाबीन प्लांट के पास देवास रोड (३६.७६० है.), मक्सी रोड पर पंवासा (१४.०४४)व शंकरपुर (२४.८११ है.), सोडंग उन्हेल रोड सोडंग (२९.८५० है.) व जोगीखेड़ी (७३८० है.), कमेड (२७.७९० है.) व सुरासा (३८.८९० है.) व जीवनखेड़ी (१४६.०६३ है.) कुल भूमि ४९८.९७८ हैक्टेयर।
पर्यटन एवं अन्य आयोजन- गउघाट से लालपुर (७१.६८२ है.), पर्यटन ग्राम सांवराखेड़ी (११.८४९है.), ग्राम कोलुखेड़ी (३.४०६ है.), चिंतामण जवासिया(३.४७० है.), ग्राम गोंसा (०.२०० है.), ग्राम चिंतामण जवासिया (७.४८० है.), कस्बा उज्जैन (१७.९५२ है.), (८.६२३ है.) व (७४.२९२ है.), ग्राम कमेड (१२२.०१८है.), ग्राम कोलूखेडी (५३.९६१ है.), ग्राम सदावल (७५.४१८ है.), चिंतामण रोड नवीन अतिरिक्त (२८.४७० है.), उन्हेल रोड आबुखाना (१.३१४ है.), मक्सी रोड पंवासा (७.४०९ है.), कुल जमीन- ४८७.५४४ हैक्टेयर।

इनका कहना
सिंहस्थ २०२८ के लिए भूमि अधिसूचित करने का प्रारुप शासन को भेजा है। जीवनखेड़ी व सावंराखेड़ी का मामला मास्टर प्लान में साफ हो गया है। मुझे इस पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं है।
- कुमार पुरुषोत्तम, कलेक्टर

Published on:
20 Sept 2023 12:00 pm
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