इस एक्सचेंज के लिए वर्ष 2015 में एमओयू हुआ था। गत वर्ष सितंबर में जरूरी अनुमतियां मिलने के बाद इसकी स्थापना का काम 45 दिन के रिकार्ड समय में किया गया है। देश में होने के बावजूद विदेशी क्षेत्र के तौर पर मान्य गिफ्ट सिटी में मिलने वाली कई कर छूटों का लाभ इसके जरिये कारोबार करने वालों को भी मिलेगा, हालांकि कानूनी प्रतिबंधों के कारण भारतीय लोग व्यक्तिगत हैसियत से इसमें ट्रेङ्क्षडग नहीं कर सकेंगे पर कंपनियों को कुछ प्रतिबंधों के साथ इसकी इजाजत होगी। इसे हीरानंदानी समूह के 16 मंजिले भवन सिग्नेचर में स्थापित किया गया है। समूह के सह संस्थापक निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गिफ्ट सिटी की स्थापना का फैसला कर एक साहसिक और क्रांतिकारी कदम उठाया है, जिससे भारत विश्व में वित्तीय सेवाओं के केंद्र के रूप में अग्रणी स्थान हासिल कर सकता है।