आर्ट, मैथेमैटिकल साइंसेज, म्यूजिक एंड फाइन आट्र्स, सोशल साइंसेज, कॉमर्स एंड बिजनेस, अप्लाइड सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज, साइंस, इंटर-डिसिप्लिनरी एंड अप्लाइड साइंसेज, -इन फैकल्टीज के तहत आने वाले सभी डिपार्टमेंट ने ग्रेजुएशन लेवल पर 93 कोर्सेज का सिलेबस फाइनल कर यूनिवर्सिटी को भेजा था। हालांकि एक्सपर्ट इन सिलेबस पर कई सवाल भी उठा रहे हैं। एग्जीक्यूटिव काउंसिल के मेम्बर डॉ. अजय भागी का कहना है कि यूजीसी ने कुछ दिन पहले ही अपनी वेबसाइट पर मॉडल सिलेबस जारी किया था और यूनिवर्सिटी को उसमें 30 परसेंट तक चेंज करने की इजाजत दी थी। इतने कोर्सेज के सिलेबस जल्दबाजी में तैयार कर लिए गए। इन सिलेबस से एजुकेशन की क्वालिटी के साथ कम्प्रोमाइज किया गया है।