इस डॉक्युमेंट्री का नाम टाइटैनिक द न्यू एविडेंस है। इसके तथ्यों की वजह से दुनियाभर में टाइटैनिक को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ गई है। हर कोई हैरान है। बहरहाल, डाक्युमेंट्री में दावा लोकप्रिय आइरिश पत्रकार और लेखक सेनन मोलॉनी ने किया है। उनके अनुसार, बॉयलर कक्ष के कोयला बंकर में आग के सुलगते रहने के कारण टाइटैनिक जहाज की पेंदी पूरी तरह से कमजोर हो गई थी। आग बढ़ती चली गई थी। दरअसल, साउथैम्पटन की ओर जाने से पहले की टाइटैनिक की तस्वीरों में जहाज की पेंदी पर काले धब्बे हैं। ऐसे में उनका दावा सही माना जा रहा है। ज्ञात हो कि साल 1912 में हुए इस हादसे में 1500 से ज्यादा लोग मारे गए थे।