27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भोजन के लिए हुआ था साधुओं में विवाद, छह साल नागा साधु कटेगा जेल, जाने क्यों

देश की सबसे बड़ी साधु-संतों की संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् से जुड़े निरंजनी अखाड़े का नागा महंत अब जेल में रात गुजरेगा। अखाड़े में भोजन विवाद के लिए हुए घटना से एक साधु की मौत हो गई थी। 18 जुलाई 2015 में मांडा थाना में मौत की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें आरोपी साधु को कस्टडी में लेकर कार्रवाई पुलिस ने की थी। मामला न्यायालय पहुंचा और सात साल बाद आरोपी दोषी करार देते हुए न्यायालय ने सजा सुना दी है।

2 min read
Google source verification
भोजन के लिए हुआ था साधुओं में विवाद, छह साल नागा साधु कटेगा जेल, जाने क्यों

भोजन के लिए हुआ था साधुओं में विवाद, छह साल नागा साधु कटेगा जेल, जाने क्यों

प्रयागराज: देश की सबसे बड़ी साधु-संतों की संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् से जुड़े निरंजनी अखाड़े का नागा महंत अब जेल में रात गुजरेगा। अखाड़े में भोजन विवाद के लिए हुए घटना से एक साधु की मौत हो गई थी। 18 जुलाई 2015 में मांडा थाना में मौत की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें आरोपी साधु को कस्टडी में लेकर कार्रवाई पुलिस ने की थी। मामला न्यायालय पहुंचा और सात साल बाद आरोपी दोषी करार देते हुए न्यायालय ने सजा सुना दी है।

जिला न्यायालय ने गैर इरादतन हत्या का आरोप साबित करते हुए नागा साधु दिगम्बर ओम गिरी को छह साल की सजा सुनाई है। यह आदेश अपर जिला सत्र न्यायाधीश सुभाष चंद्र मौर्य ने एडीजीसी मृत्यंजय तिवारी व बचाव पक्ष के अधिवक्ता को सुनकर दिया है।

यह भी पढ़ें: प्रयागराज में कोरोना का कहर जारी, बिजली विभाग के मुख्य अभियंता समेत 118 नए केस, शहर में बढ़ी पाबंदी

मौत की सजा मिली छह साल

निरंजनी अखाड़े के महंत नागा साधु ने घटना में वादी महंत आशीष गिरि द्वारा रिपोर्ट लिखाई गई थी कि करीब रात 10 बजे अखाड़े के साधुओं दिगम्बर ओंकार गिरि व दिगम्बर पवन पुरी के भोजन को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा दोनों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। घटना में दोनों साधुओं को गंभीर चोटें आई थी लेकिन अस्पताल ले जाते समय दिसम्बर पवन पूरी की मौत हो गई थी। इसी आरोप में न्यायालय में दोष सिद्ध होने पर आरोपी नागा साधु के ऊपर छह साल की सजा सुना दी गई।

यह भी पढ़ें: पैन को आधार से जल्दी करें लिंक, नहीं तो देना पड़ेगा 10 हजार का जुर्माना, ऐसे करें प्रोसेज

न्यायिक हिरासत में था नागा

घटना के बाद से ही न्यायिक हिरासत में रह और उसके बाद नागा न्यायालय उपस्थित हो कर न्यायिक कार्य सहयोग देता रहा। लगातार सात सालों से चल रहे केस का फैसला हो गया और आरोपी दिसम्बर ओंकार गिरि पर आरोप सिद्ध हो गया। अब नागा साधु छह साल जेल में बिताएंगे।