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Yogi Government Action: प्रदेश में पौधारोपण स्थलों की होगी आकस्मिक जांच: प्रयागराज के घपले से वन विभाग सख्त

Yogi Government Action: प्रयागराज में पौधारोपण में हुए घपले के बाद, यूपी सरकार ने पौधारोपण स्थलों की आकस्मिक जांच के आदेश दिए हैं। रैंडम तकनीक से चयनित स्थलों पर ऑडिट टीम जाएगी। घपलेबाजों पर कार्रवाई और आर्थिक नुकसान की भरपाई की जाएगी।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 06, 2024

पौधारोपण में घोटाले से सख्त हुआ वन विभाग

पौधारोपण में घोटाले से सख्त हुआ वन विभाग

Yogi Government Action: प्रयागराज में पौधारोपण में मिले घोटाले के बाद वन विभाग ने प्रदेश भर में पौधारोपण स्थलों की आकस्मिक जांच का निर्णय लिया है। रैंडम कंप्यूटर चयन के जरिए जांच स्थल तय किए जाएंगे। अधिकारियों और थर्ड पार्टी ऑडिट टीम की निगरानी में पिछले वर्षों में हुए पौधारोपण कार्यों की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।

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पौधरोपण में घोटाले से सख्त हुआ वन विभाग
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोरांव रेंज के पौधारोपण कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं उजागर होने के बाद वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। विभाग ने पूरे प्रदेश में पिछले वर्षों में किए गए पौधारोपण स्थलों की आकस्मिक जांच का निर्णय लिया है। यह कदम पौधारोपण कार्यक्रमों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

रैंडम तरीके से होगा स्थलों का चयन
वन विभाग द्वारा जांच स्थलों का चयन पूरी तरह रैंडम तरीके से किया जाएगा। इसके लिए कंप्यूटर आधारित प्रणाली का उपयोग किया जाएगा, ताकि चयन प्रक्रिया में किसी प्रकार की पक्षपात की गुंजाइश न रहे। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि जांच में पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की जवाबदेही तय की जा सके।

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थर्ड पार्टी ऑडिट के निर्देश
पौधारोपण कार्यों में अनियमितताओं को रोकने और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट भी अनिवार्य किया गया है। थर्ड पार्टी ऑडिट सुनिश्चित करेगा कि पौधारोपण से जुड़े सभी दावों की सत्यता की जांच हो और इस प्रक्रिया में बाहरी एजेंसियों की निष्पक्षता का लाभ मिले।

प्रयागराज की सोरांव रेंज में अनियमितताएं
प्रयागराज की सोरांव रेंज में 6 हेक्टेयर क्षेत्र में 15,000 पौधे लगाने का दावा किया गया था। हालांकि, जांच में पाया गया कि यह दावा कागजों तक ही सीमित था। वास्तविकता में पौधे लगाए ही नहीं गए थे। इस घोटाले ने विभाग को पूरे प्रदेश में पौधारोपण कार्यक्रमों की व्यापक जांच के लिए प्रेरित किया है।

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घपलेबाजों पर होगी कार्रवाई
वन विभाग ने घोटाले में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। दोषियों पर कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ आर्थिक नुकसान की भी भरपाई की जाएगी। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी अनियमितताएं न हो और सभी अधिकारी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करें।

मुख्य बिंदु

पौधारोपण स्थलों की आकस्मिक जांच:
कंप्यूटर आधारित रैंडम चयन।
ऑडिट टीम और उच्च अधिकारियों की निगरानी।

थर्ड पार्टी ऑडिट

बाहरी एजेंसियों से जांच।
पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना।
प्रयागराज की सोरांव रेंज का मामला:
6 हेक्टेयर में 15,000 पौधे लगाने का फर्जी दावा।
घोटाले के उजागर होने के बाद जांच का निर्णय।

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घोटालेबाजों पर कार्रवाई

कानूनी कार्रवाई और आर्थिक नुकसान की भरपाई।
अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय करना।

पौधारोपण कार्यक्रमों की पारदर्शिता पर जोर
वन विभाग ने प्रदेश में पौधारोपण कार्यक्रमों को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में पौधारोपण कार्य केवल कागजों पर न रहे, बल्कि धरातल पर उसका क्रियान्वयन हो। थर्ड पार्टी ऑडिट और आकस्मिक जांच जैसे कदमों से वन विभाग के कार्यों की विश्वसनीयता बढ़ेगी।