दरअसल, देह व्यापार की सूचना पर गाजीपुर में दो दिन पूर्व स्थानीय पुलिस ने एक होटल में दबिश दी। पुलिस की आंखें खुली रह गई क्योंकि पूरा का पूरा होटल ही देह व्यापार में जकड़ा था। मोख्तार अंसारी के गढ़ मोहम्मदाबाद के युसूफपुर इलाके में स्थित उक्त होटल से आधा दर्जन युवक-युवतियां आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए। यह होटल मोख्तार अंसारी के रिश्तेदार का है और उन्होंने एक शख्स को संचालन के लिए दे रखा था। बताते हैं कि मोख्तार अंसारी का नाम इस होटल से जुड़ा होने के कारण पुलिस-प्रशासन भी दूरी बनाकर रहते थे। दो दिन पूर्व पुलिस के अचानक तेवर बदलने और सूचना पर बिना हिचक दबिश देने के चलते हर कोई भौचक था। यहीं वजह थी कि यहां पर हर तरह के गलत कार्य धड़ल्ले से चलते थे। पुलिस कार्रवाई के दौरान जिनके घरों के बिगड़ैल युवक-युवतियां पकड़े गए थे, वे अंसारी बंधुओं के घर के बाहर डेरा जमाए थे। मौके की नजाकत व हालात देखते हुए अंसारी बंधुओं ने मदद से साफ इंकार कर दिया। अंसारी बंधुओं के परिवार को इस बात की चिंता सता रही थी कि पहले से ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सपा में उनकी पार्टी के विलय के खिलाफ थे, अब उनके नाम से जुड़े कारोबार का काला सच सबके सामने आ गया जो अखिलेश यादव व उनके समर्थकों के लिए जैकपॉट की तरह है। वे इसे मुद्दा बना सकते हैं।