चंचल के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को भी खासा फायदा होगा क्योंकि चंचल की वाराणसी, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली से लेकर आसपास के अन्य जिलों में युवाओं के साथ ही कारोबारी क्षेत्र में भी खासी पकड़ है। ऐसे में चंचल का यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल होना, पूर्वांचल के दो क्षत्रिय नेताओं और सूबे की सरकार में मंत्री राजा भैया और ओमप्रकाश सिंह को तगड़ा झटका मिला है। सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव में बीजेपी गाजीपुर की किसी सीट से चंचल की पत्नी को चुनाव मैदान में उतार सकती है।