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Election result :पुष्कर में भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर, जीते 5-5 पार्षद

निकाय चुनावों में किस पार्टी के ज्यादा पार्षद बनेंगे इसको लेकर सबकी उत्सुकता बनी हुई है।

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पुष्कर में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। यहां 5 भाजपा व 5 कांग्रेस के प्रत्याशी जीते हैं। चुनाव को लेकर सबकी उत्सुकता बनी हुई है। ईवीएम के एक-एक वोट पर भाजपा और कांग्रेस की कड़ी नजर है। कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों की धडकऩें बढ़ी हुई है। दोनों पार्टियों के बड़े नेता चुनाव नतीजों पर नजर बनाए हुए हैं। मंगलवार को निकाय चुनावों में किस पार्टी के ज्यादा पार्षद बनेंगे इसको लेकर सबकी उत्सुकता बनी हुई है।


नसीराबाद के निकले नतीजे, बंधा जीत का सेहरा

नसीराबाद नगर पालिका के वार्ड नंबर 1 में कांग्रेस प्रत्याशी भगवानदास विजयी रहे। वार्ड नंबर 2 में भारतीय जनता पार्टी की अफसाना विजय रही। वार्ड नंबर 3 में बीजेपी के महावीर प्रसाद, वार्ड नंबर 4 में निर्दलीय उम्मीदवार शारदा मित्तल विजय रही। वार्ड नंबर 5 में भारतीय जनता पार्टी के अंकुश चौधरी विजय रहे।

शुरू हुई मतगणना, जीतने वाले चुनेंगे शहरों की सरकार

ब्यावर, पुष्कर और नसीराबाद स्थानीय निकाय विभाग के चुनाव के तहत मतगणना शुरू हो गई है। थोड़ी देर में ईवीएम से नतीजे सामने आएंगे। इसके साथ ही नए निर्वाचित होने वाले पार्षद शहरों की सरकार चुनेंगे। पार्षद सभापति और उप सभापति का चुनाव करेंगे।
ब्यावर में 60 वार्ड पार्षदों के लिए चुनावी मैदान में उतरे 228 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला कुछ ही देर में होगा। राजकीय सनातन धर्म कॉलेज में मतगणना शुरू हो गई है। आम नागरिकों की सुविधा के लिए लाउड स्पीकर पर सार्वजनिक रूप से घोषणा भी की जाएगी।


इसी तरह नसीराबाद में गोविंद सिंह गुर्जर राजकीय महाविद्यालय में मतगणना हो रही है। यहां पहली बार नगर पालिका के चुनाव हुए हैं। 20 पार्षद का चुनाव होना है। नसीराबाद में सर्वाधिक 91 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसी तरह पुष्कर नगर पालिका के लिए भी पार्षद का चुनाव होगा। मतगणना शुरू हो चुकी है।

प्रत्याशियों की की बाड़ा बंदी
भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशियों को गुप्त स्थान पर ठहराया है। इनकी बाड़ाबंदी दो दिन से जारी है। जीतने वाले पार्षदों को एकजुट किया जाएगा, ताकि सभापति और उप सभापति के चुनाव में कामयाबी मिल सके। सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए यह चुनाव अहम हैं। पिछले साल विधानसभा चुनाव में कामयाबी के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव में उतरी थी। लेकिन राज्य की 25 लोकसभा सीट हार गई। अब निकाय चुनाव में कांग्रेस की यह दूसरी परीक्षा है।