25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अजमेर

Forest: सांभर झील पर कड़ी नजर, टॉडगढ़ में टाइगर लाने का नहीं इरादा

सरकार, वैज्ञानिक और विशेषज्ञ समय रहते बीमारी को काबू करने के लिए प्रयासरत हैं।

Google source verification

अजमेर. सांभर झील में एवियन बोटुलिज्म बीमारी से प्रवासी पक्षियों की मृत्यु हुई है। सरकार इस मामले पर बेहद गंभीर है। पर्यावरण विशेषज्ञ, गैर सरकारी संगठन और अन्य टीम वहां जांच में जुटी हैं बीमारी पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। यह बात वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने अजमेर में पत्रकारों से बातचीत में कही।

Read More: अब इस शानदार गार्डन में घूम सकेंगे अजमेराइट्स

विश्नोई ने कहा कि सांभर झील में प्रवासी पक्षियों की मृत्यु दुखद है। पर्यावरण प्रदूषण के अलावा एवियन बॉटुलिज्म बीमारी भी जिम्मेदार है। लेकिन सरकार, वैज्ञानिक और विशेषज्ञ समय रहते बीमारी को काबू करने के लिए प्रयासरत हैं। बीते 25 घंटे में पक्षियों के कोई शव नहीं मिले हैं। टॉडगढ़-रावली सेंचुरी में टाइगर लाने के सवाल पर विश्नोई ने कहा कि फिलहाल सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है। मुकुंदरा, रणथम्भौर और सरिस्का में ही फिलहाल टाइगर संरक्षित हैं। कुंभलगढ़ सेंचुरी में टाइगर लाना भी विचाराधीन है।

Read More: Cyber Crime-चिकित्सक की फेसबुक आईडी हैक, पैसे मांगे

ईको टूरिज्म से जुड़े सवाल पर विश्नोई ने कहा कि सरकार इसे बढ़ावा देने में जुटी है। नए क्षेत्रों को चिन्हित कर ईको टूरिज्म से जोड़ा जाएगा। विलायती बबूल के बजाय अन्य पौधे लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई इलाकों में कामकाज शुरू हो गया है। जल्द अजमेर जिले में भी विलायती बबूल के बजाय फलदार-छायदार पौधे लगाए जाएंगे।

शुल्क पर करेंगे विचार
नगर वन उद्यान में घूमने-देखने की एवज में शुल्क वसूली के सवाल पर विश्नोई ने कहा कि ऐसी कोई योजना शुरु करने से पहले वन विभाग से पूछा जाएगा। सरकार जरूरत पडऩे पर ही ऐसा कोई कदम उठाएगी।

Read More: MDSU: सरकारी फर्मों की रकम पर नजर, सिर्फ अपने घर की चिंता

अपने राज में नहीं आता याद..
विधायक भदेल के अजमेर दक्षिण क्षेत्र में नगर वन उद्यान बनाने के आग्रह पर विश्नोई ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि अपने राज में नेताओं को ऐस कार्य याद नहीं रहते। विपक्ष में बैठते ही सरकार से आग्रह करते हैं, लेकिन मैं उन्हें अजमेर दक्षिण क्षेत्र में भी उद्यान बनाने का आश्वासन दे रहा हूं।

Read More: OMG : ब्यावर में लोग रोज खा जाते हैं डेढ़ क्विंटल से अधिक बिजयनगर के अमरूद