अंबिकापुर। जिले में हाथियों का आतंक जारी है। अंबिकापुर शहर से लगे कंचनपुर क्षेत्र में एक हाथी ने 60 वर्षीय महिला को पटक कर मौत के घाट उतार दिया। महिला 23 अगस्त की सुबह बहन की बेटी के घर घंघरी जाने निकली थी। 24 अगस्त की सुबह कंचनपुर बस्ती में बांध किनारे महिला को अचेत वस्था में वन विभाग के सिपाहियों ने देखा और उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए।
यहां जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं पिछले कुछ दिनों से लखनपुर क्षेत्र में 14 हथियों का दल भ्रमण कर रहा है। हाथियों ने लगभग एक दर्जन किसानों की खेत में लगे धान की फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया है। हाथियों के विचरण के कारण ग्रामीण में दहशत का माहौल है।
जानकारी के अनुसार लोली टेकाम पति पंचू राम उम्र 60 वर्ष राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुंदीकला की रहने वाली थी। वह 23 अगस्त की सुबह अपने घर से बहन की बेटी के घर घंघरी जाने निकली थी। रिश्तेदार के घर गई होगी, इसलिए परिजन उसकी तलाश नहीं कर रहे थे। इधर कंचनपुर क्षेत्र में एक हाथी के विचरण करने की जानकारी मिलने पर वन विभाग के सिपाही सर्चिंग में जुटे थे। 25 अगस्त की सुबह कंचनपुर बस्ती से लगे बांध किनारे एक महिला को अचेत अवस्था में वन विभाग के सिपहियों ने देखा।
उसे हाथी ने सूंड से उठाकर पटक दिया था, इससे महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। आसपास के ग्रामीणों ने उसकी पहचान कुंदीकला निवासी लोली टेकाम के रूप में की। वन विभाग के सिपाहियों ने मामले की जानकारी उसके परिजन को दी और महिला को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया। यहां जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वन विभाग ने दी तात्कालिक सहायता राशि
हाथी के हमले में महिला की मौत हो जाने पर वन विभाग की टीम ने अस्पताल में ही मृतका के परिजन को 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि दी। मुआवजा प्रकरण तैयार होने के बाद राशि परिजन को दी जाएगी। वन विभाग का कहना है कि कंचनपुर क्षेत्र में एक हाथी विचरण कर रहा है जो अभी अखोरा जंगल में मौजूद है। वन अमले द्वारा उसे खदेडऩे की कोशिश की जा रही है।
इधर लखनपुर क्षेत्र में हाथियों का उत्पात
इधर लखनपुर वनपरिक्षेत्र में हाथियों का उत्पात जारी है। 14 हाथियों के दल ने गाम घटोन, पटकुरा और केसरा क्षेत्र में आतंक मचा रखा है। हाथियों ने लगभग १ दर्जन किसानों की खेत में लगी धान की फसल को रौंद दिया है। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार लगभग 4 एकड़ रकबे में लगे धान की फसल को रौंदे जाने की जानकारी है। वहीं ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर हाथियों को खदेडऩे में लगे हैं। जबकि वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इसके बावजूद भी ग्रामीण हाथियों के पीछे लगे हुए हैं।