अंबिकापुर. सावन का महीना शुरू होते ही शिव भक्तों में अलग उत्साह दिखता है। कांवरिये कैलाश गुफा में भगवान शिव की जलाभिषेक करने की तैयारी में जुट जाते हैं। इस वर्ष गुरुवार को शंकरघाट बांक नदी से हजारों कांवरियों ने जल उठाया। वे ८५ किलोमीटर की पद यात्रा कर सोमवार को कैलाश गुफा पहुंच कर भगवान भोले का जलाभिषेक करेंगे। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय रहा। बोल बम व हर-हर महादेव के जयकारे माहौल गूंजता रहा।
अंबिकापुर से लेकर बतौली तक भक्ति और उल्लास के बीच कांवरियों का रेला लगा रहा। जगह-जगह कांवरियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी। कांवर यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तैयारी की गई थी।
जिला प्रशासन द्वारा अफसरों की मजिस्ट्रियल ड्यूटी लगाई गई थी। सरगुजा कांवरिया सेवा संघ के तत्वावधान में कांवर पदयात्रा पिछल ३८ वर्षों से निकाली जा रही है। इस वर्ष भी गुरुवार को शंकरघाट बांक नदी से जल उठाकर हजारों की संख्या में कावंरिये कैलाश गुफा के लिए रैली की शक्ल में रवाना हुए।
कांवरियों का जत्था बुधवार की देर रात से निकलना शुरू हो गया था। कांवर यात्रा में सरगुजा सहित कोरिया, रायगढ़, जशपुर जिले के अलावा सीमावर्ती राज्यों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कांवर यात्रा में शामिल होने के लिए बुधवार की दोपहर से ही कांवरियों का पहुंचना शुरू हो गया था। गुरुवार की मध्यरात्रि के बाद एक बजे से ही स्थानीय शंकरघाट में बांक नदी से जल उठाने कांवरियों का हुजूम उमड़ पड़ा। हजारों कांवरियों ने शंकरघाट में ही अपना पड़ाव डाल रखा था।