प्रधानमंत्री दोपहर पौने तीन बजे साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे। उनके पहुंचने से पहले भी सभा स्थल पूरी तरह खचाखच भरा था।
जगह नहीं मिलने पर लोक मंच के बाहर डेरा डाले बैठे थे।
सभा सुनने के लिए लोगों ने साइंस कॉलेज मैदान की दीवार फंदकर सभा स्थल तक पहुंचे।
सभा स्थल से पहले पुलिस कर्मी मेटल डिटेक्टर से तलाशी लेते रहे और प्रतिबंधित वस्तुओं में पेन, पान मसाला, पानी की बोतलें, कोल्डड्रींक को जब्त करते रहे।
काले कपडे पहनकर आने वालों को पुलिस कर्मियों ने सभा स्थल से वापस कर दिया।
इससे पहले सभा स्थल पर भीड़ जुटाने के लिए नेता माजदा, ट्रेलर, बस और पिकअप में लोगों को भरकर सभा स्थल लाते रहे।
अशोक नगर चौक और सरकंडा थाने के पास से लोगों को पैदल सभा स्थल भेजा गया। सभा स्थल पर भाजपा का पट्टा और टोपी लेने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही।
वहीं सभा स्थल के अंदर पहुंचने वालों को बिठाने बनाया गया बाड़ा भी बंद कर दिया गया।
जिससे लोग चाह कर भी बाहर नहीं आ पाए और मोदी के भाषण तक सभा स्थल में कैद रहे।
कुर्सी पर लोग हो गए खड़े , स्क्रीन हो गया बंद, महिलाएं उठकर चली गई
प्रधानमंत्री को सुनने और देखने के लिए पहुंचने लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था थी।
मोदी के पहुंचते ही लोग कुर्सीयों पर खड़े हो गए। वहीं बड़ा स्क्रीन भी बंद हो गया।
मोदी को देख नहीं पा रही महिलाएं प्रधानमंत्री का भाषण शुरू होने के 5 मिनट बाद ही उठकर पंडाल से बाहर चली गई।
इसके बाद भी मुख्य द्वार पर ताला लगा था और महिलाओं को बाहर बैठना पड़ा।