चित्तौडग़ढ़
चित्तौडग़ढ़ की सदर थाना पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाकर चयनित हुए बाड़मेर जिले के नगाणा थाने में तैनात सिपाही को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार वष्ज्र्ञ 2018 में चित्तौडग़ढ़ सदर थाने में एक प्रकरण दर्ज हुआ था, जिसमें जालौर जिले के चितलवाना थानान्तर्गत मालवाड़ा निवासी दिनेश पुत्र मांगीलाल विश्नोई का कांस्टेबल भर्ती -2018 में शारीरिक दक्षता परीक्षा में बॉयोमैट्रिक मिलान नहीं हुआ था। उससे पूछताछ करने पर खुलासा हुआ था कि दिनेश ने अपनी जगह अपने भाई गणपत विश्नोई से परीक्षा दिलवाई थी। इस मामले में दिनेश व गणपत को गिरफ्तार किया गया था।
26 व्यक्तियों के बताए थे नाम
इन दोनों आरोपियों ने अनुसंधान के दौरान पुलिस को बताया था कि इस तरह फर्जी अभ्यर्थियों से परीक्षा दिलवाकर पुलिस, जीआरपी, आरएसी, खनन विभाग आदि में 28 लोग नौकरी कर रहे हैं। इनमें सिपाही भर्ती में चयनित हुए जालौर जिले के सांचोर थानान्तर्गत डेडवा निवासी सुरेश पुत्र भीखाराम विश्नोई का नाम भी सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने सिपाही सुरेश के विवादित हस्ताक्षरों से विवाद रहित हस्ताक्षरों की जांच करवाई। जांच में उसके असली हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ। अनुसंधान में पाया गया कि सुरेश ने सिपाही भर्ती में स्वयं की जगह फर्जी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाई थी। पुलिस ने सुरेश को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। जिससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी वर्तमान में बाड़मेर जिले के नगाणा थाने में तैनात है।