चूरू.
तारानगर तहसील के गांव बांय में एक युवक का अपहरण कर हाथ-पैर बांधकर चाकू व लाठियों से बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने बांय निवासी शीशपाल मेघवाल (32) को बंधक बनाकर एक गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए और गांव की रोही में लेजाकर उसका हाथ-पैर रस्सियों से बांध दिया। जानलेवा हमले में गवाह बनने पर शीशपाल को आरोपियों ने ऐसी सजा दी की जिसे सुनकर हर किसी रूह कांप उठेगी। आरोपियों ने शीशपाल को लाठी, चाकू व बीयर की टूटी बोतल से इस कदर पीटा व वार किया कि वह अधमरा हो गया। दरिंदगी की हदें पार करते हुए आरोपियों ने किसी हथियार से उसकी जीभ को बाहर खींचकर मरोड़ दिया जिससे वह किसी के खिलाफ बयान नहीं दे सके। इसके बाद उसे अधमरा समझकर करीब 15 फीट गहरे जोहड़ में फैंक दिया। रातभर वह जोहड़ में तड़पता रहा। churu crime
पीडि़त शीशपाल का चाचा श्यामलाल मेघवाल ने बताया कि सोमवार देर शाम उसके भतीजे की पत्नी का फोन आया कि शीशपाल घर नहीं आया। इस पर वह रात को जगह-जगह खोजबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सुबह गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि शीशपाल को किसी ने मारपीट कर जोहड़ में फेंक दिया है। इस पर वह 15-20 लोगों लेकर मौके पर पहुंचा तो शीशपाल जोहड़ में तड़प रहा था। इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी और उसे अस्पताल लेकर आए।
churu crime साहवा थाना पुलिस के अनुसार पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक परिजन उसे साहवा सीएचसी लेकर पहुंच चुके थे। पुलिस जब तक सीएचसी में पहुंची तब तक शीशपाल को 108 एंबुलेंस से तारानगर रवाना किया जा रहा था। थानाधिकारी गोविंदराम ने हैड कॉन्स्टेबल भंवरलाल को तारानगर चिकित्सालय में भेज कर चिकित्सकों को तहरीर दी व शीशपाल के बयान लेने की कार्रवाई की। लेकिन शीशपाल बोल नहीं पाया। चिकित्सकों ने उसे चूरू रैफर कर दिया। शामतक शीशपाल के परिजनों ने कोई रिपोर्ट नहीं दी थी जिसके कारण कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत दिनों शीशपाल मेघवाल निवासी बांय एवं धर्मपाल जाट बनड़ा के बीच झगड़ा हुआ था और दोनों ने परस्पर एक दूसरे पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनों को धारा 151 में गिरफ्तार भी किया था।
जानिए क्या है मारपीट की असली वजह, गवाह मिटाना चाह रहा था धर्मपाल
श्यामलाल मेघवाल ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी धर्मपाल जाट ने उसके भांजे की पत्नी से 2017 में बलात्कार किया था। इस मामले में श्यामलाल गवाह है। जिसका मामला चूरू डीजे कोर्ट में चल रहा है। उसे रास्ते से हटाने के लिए धर्मपाल ने फरवरी 2018 में एक दिन बाइक से जनलेवा टक्कर मार दी जिसमें वह चोटिल हो गया। इस मामले में उसका भतीजा शीशपाल गवाह है। यह मामला राजगढ़ डीएसपी के पास विचाराधीन है। आरोपी धर्मपाल ने इस मामले में उसके भतीजे पर गवाही नहीं देने के लिए पहले दबाव बनाया नहीं माना तो उसके साथ आठ जून को मारपीट की। सोमवार देर शाम किसी के साथ मिलकर उसको बंधक बना लिया और गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए। रात को गांव के एक जोहड़ के पास लेजाकर उसका हाथपैर बांधकर बेरहमी से मारपीट की और जोहड़ में मरा समझकर फैंक दिया। पुलिस को इस मामले में प्राथमिक रिपोर्ट दे दी गई है।