धार. पीजी कॉलेज में फीस फर्जीवाड़े के बाद एनएसयूआई के बाद अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी मैदान में कूद पड़ी है। विद्यार्थियों के साथ ऑनलाइन रसीद के नाम पर किए गए फर्जीवाड़े के मामले में अभाविप ने गुरुवार को कॉलेज कैंपस में धरना दिया है। इधर फर्जी फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी कॉलेज प्रशासन इस मामले में अब भी जिम्मेदार वेरिफाइयरों को बचाव में है। वेरिफाइयरों पर अब तक कॉलेज प्रबंधन की तरफ से कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
गौरतलब है कि कॉलेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को एमपी ऑनलाइन के जरीए फर्जी रसीद तैयार कर दी गई थी, जिसे कॉलेज द्वारा वेरिफाइ कर दिया गया। प्रथम व द्वितीय वर्ष की पढ़ाई पूरी चुके विद्यार्थियों को तृतीय वर्ष के अंतिम दौर में परीक्षा से पहले बताया गया था कि उनके द्वारा फीस जमा नहीं करवाई गई। तब जाकर यह पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद ताबड़तोड़ एमपी ऑनलाइन की आड़ में यह फर्जीवाड़ा करने वाले दलालों ने विद्यार्थियों की फीस तो लौटा दी, लेकिन जिम्मेदार वेरिफायरों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है।
-अभाविप ने की निष्कासन की मांग
फीस फर्जीवाड़े को लेकर गुरुवार को कॉलेज परिसर में अभाविप ने धरना दिया। अभाविप ने इस मामले में कॉलेज के जिम्मेदार बाबुओं और कर्मचारियों पर निष्कासन की कार्रवाई की मांग की। पीजी कॉलेज अध्यक्ष अक्षय अग्रवाल ने बताया कि विद्यार्थियों को फर्जी रसीद देकर उन्हें कॉलेज में वेरिफाइ कर दिया गया। कॉलेज की तरफ से अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की है। यदि कॉलेज प्रबंधन द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती है तो अभाविप द्वारा आने वाले दिनों में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।