धार. नए वित्तीय वर्ष की शुरूआत 1 अप्रैल से होना है। इस दिन से जिले में रजिस्ट्री नई गाइडलाइन से होगी। ऐसे में पुरानी गाइडलाइन पर रजिस्ट्री करवाने के लिए लोगों की संख्या बढ़ गई है। जैसे-जैसे ३१ मार्च नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे रजिस्ट्री करवाने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। आम दिनों की तुलना में वर्तमान में दोगुना रजिस्ट्री रोजाना हो रही है।
गौरतलब है कि इस बार औसत रूप से जिले में संपत्ती की कीमत में २ प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित है। केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है। 1 अप्रैल से लागू होने वाले नए वित्तीय वर्ष से यह बढ़ोतरी लागू कर दी जाएगी। इसके पहले पुरानी दरों पर रजिस्ट्री करवाने के लिए जिला पंजीयक कार्यालय पर लोगों की भीड़ लग रही है। आम दिनों में कार्यालय पर ४० से ५० रजिस्ट्रियां होती है, लेकिन वर्तमान में यह संख्या बढक़र १०० से ११० के आसपास पहुंच गई है।
-इस बार लक्ष्यपूर्ति मुश्किल
रजिस्ट्री से पंजीयक विभाग को मोटी कमाई होती है। इससे सरकार का खजाना भरने में काफी मदद मिलती है। बीते 6 सालों से लगातार रजिस्ट्री शुल्क के रूप में लगातार बढ़ोतरी हुई है। लेकिन इस बार लक्ष्यपूर्ति मुश्किल नजर आ रही है। विभाग की माने तो अभी लक्ष्य से कम आय प्राप्त हुई है। अब भी ४० करोड़ रुपए के रेवन्यू की आवश्यकता है। इसके बाद ही लक्ष्यपूर्ति संभव है। इस बार रजिस्ट्री से २१९ करोड़ रुपए की आय होने का अनुमान था। हालांकि अब अंतिम दो दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में लक्ष्यपूर्ति मुश्किल नजर आ रहा है। जिला पंजीयक प्रभात वाजपेयी ने बताया कि आम दिनों की तुलना में रजिस्ट्रियों की संख्या बढ़ गई है। हालांकि इस बार लक्ष्यपूर्ति मुश्किल नजर आ रही है।