जयपुर। मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपी जीवाणु ( Shastri nagar rape case accused )को कोर्ट में पेश किया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए भारी पुलिस जाप्ता लगाया था लेकिन आक्रोशित लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में जीवाणु से मारपीट की। कोर्ट ने आरोपी सिकंदर उर्फ जीवाणु को जेल भेज दिया। आखिर इस तरह के समाज के ‘कीटाणु’ का खात्मा जरुरी है। राजस्थान की बात करें तो इस साल मई 2019 तक मासूम बच्चियों से पॉक्सो के कुल 1245 मामले सामने आए। इनमें से 542 मासूम बच्चियां बलात्कार की शिकार बनी। महिला अत्याचार के मामले में भी आकड़े कम नहीं है।
…तो फिर कितनी सुरक्षित बच्चियां..? समाज के ‘कीटाणु’ से कैसे महफूज रहे बचपन? कैसे रुकेगी मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं? क्या कानून की सख्ती से महफूज होगा बचपन? ऐसे आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए? समाज में क्यों पनप रहे हैं ऐसे ‘कीटाणु’? ‘कीटाणु’ के खात्मे के लिए सामाजिक जागरुकता जरुरी।
इस तरह के तमाम सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे तो हो समाज में हमारे बच्चे सुरक्षित रहे सकते है। सामाजिक जागरुकता और कानून की सख्ती से समाज में पनप रहे यौन अपराध के कीटाणु का खात्मा किया जा सकता है। Shastri nagar rape case accused