आज सम्पूर्ण राजस्थान में ही नहीं बल्कि देशभर में लोकदेवता बाबा रामदेव जी की जयंती मनाई जा रही है। बाबा रामदेव, जिन्हें रामसा पीर या रामदेव पीर या फिर पीरो के पीर भी कहा जाता है, उनका अवतरण चैत्र सुदी द्वितीया विक्रम संवत 1409 को राजस्थान के जैसलमेर में स्थित रामदेवरा के रुणिचा गांव में हुआ था। पिता का नाम अजमल और मां का नाम मेणादे था। कहा जाता है कि रामदेव जी बचपन से ही बड़े समझदार और दयालु थे। उनके चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान और आंखों में एक गहरी चमक रहा करती थी। उन्हें लेकर कई सारी मान्यताएं हैं कई सारे किस्से हैं जो आज भी सुनाये जाते हैं। वीडियो में जानें मान्यताएं किस्से।