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जेएनवीयू में पेंशनर्स का प्रदर्शन, दो महीने से नहीं दी पेंशन, कुलपति उठकर चले गए

274 पेंशनर्स को एमबीएम विवि का बताकर पेंशन से किया वंचित, कुलपति ने सिंडिकेट में यह मुद्दा वापस रखने का आश्वासन दिया।

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जोधपुर. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पेंशनर्स ने बुधवार को विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय में अपनी पेंशन संबंधी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। पेंशनर्स की समस्या सुनने के लिए कुलपति प्रो.कन्हैयालाल श्रीवास्तव कार्यालय से बाहर आकर अलग बैठक कक्ष में बैठे। पेंशनर्स ने 23 अक्टूबर को विश्वविद्यालय की सिंडिकेट में तत्कालीन एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के 274 पेंशनर्स को पेंशन नहीं देने संबंधी आदेश वापस लेने की बात कही। पेंशनर्स ने कुलपति को सिंडिकेट को गुमराह करने का उलाहना दिया। इससे कुलपति प्रो.श्रीवास्तव नाराज हो गए और वे उठकर वापस कार्यालय में चले गए। 10 मिनट तक पेंशनर्स ने उनका इंतजार किया लेकिन जब वे वापस नहीं आए तो सभी पेंशनर्स कुलपति कार्यालय में जाकर बैठ गए और फिर से अपनी बात कही। कुछ देर सोचने के बाद कुलपति ने सिंडिकेट में यह मुद्दा वापस रखने का आश्वासन दिया।

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय की सिंडिकेट ने 23 दिसंबर को एक निर्णय करते हुए तत्कालीन एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज (वर्तमान में विवि) के 274 शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन का भार एमबीएम विश्वविद्यालय को उठाने का प्रस्ताव पास किया था, जिसके बाद इन सब की पेंशन दो महीने से अटकी है। इन पेंशनर्स का कहना है कि वे व्यास विवि के ही कर्मचारी रहे हैं और वहीं से रिटायर हुए हैं।