खरगोन.
जिले के अलग-अलग हिस्सों में कहीं भारी बारिश तो कहीं ओलावृष्टि हुई। इससे खेतों में फसलों को काफी नुकसान हुआ है। नुकसानी के आंकलन के लिए कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा प्र्रशासनिक अमले ने खेतों में पहुंचा। बरुड में मक्का गेंहू और चना की फसलों का अवलोकन कर ग्रामीणों से हुई नुकसानी की जानकारी ली। गेहंू में नमीं जांचने के लिए कुछ दाने निकाले और उन्हें चबाकर देखा। किसानों का कहना है कि बेमौसम हुई बारिश ने सबकुछ बर्बाद कर दिया है, उधर, अफसरों का कहना है कि ज्यादा नुकसान नहीं है।
कलेक्टर ने लतीपुरा के किसान जगदीश कुमरावत के खेत में कटे गेहंू की फसल की बाली हाथों में लेकर मसलकर दाने निकालकर देखे। किसान द्वारा बताया गया कि कई खेतों में गेहूं निकल चुका हैं, कुछ जगह फसल खड़ी है। बड़ा गांव के अर्जुन जमरे के खेत में मक्का की फसल, जगन के खेत मेें कटे गेहंू का अवलोकन किया। ग्रामीण से चर्चा करते हुए मकानों और पशुओं के नुकसान के बारे में जाना। इस दौरान मौजूद एसडीएम ओएन सिंह को निर्देश दिए कि पटवारी, आरआई, पंचायत सचिव और आरएईओ के संयुक्त दल बनाएं और डिटेल में सर्वे रिपोर्ट तैयार करें।
काकोडा, खारियामाल, कुड़ी में ओले गिरने से हुई क्षति
झिरन्या क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि के मामले में एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि काकोडा में 16 मकानों के 10 प्रतिशत कवेलू क्षतिग्रस्त हुए है। यहां के लालसिंह बालू बारेला की गेंहू की फसल गीली होकर दाने गिरे हैं। राजू रेहंगया का मकान की ढाल गिरने से क्षति हुई है। खारियामाल में पानी के साथ ओलावृष्टि हुई है लेकिन यहां किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है। ग्राम कुड़ी में मालसिंह भावसिंह के पशु शेड टूटने से दो दुधारू गायों की मृत्यु हुई है। काकोडा, खारियामाल तथा कुड़ी में ओले गिरने से क्षति हुई है। सर्वे का कार्य कृषि और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा किया गया। मकान और पशुओं के प्रकरण बनाये गए है।
नुकसान की स्थिति नही
-जिले में तेज बारिश हुई थी, झिरन्या मे ओलावृष्टि भी हुई। नुकसानी का आंकलन के लिए गांवों में गए थे। बहुत ज्यादा नुकसान की स्थिति नहीं है। पानी बरस कर निकल गया है। गेहूं कई खेतों में कट चुका है, कई खेतों में पड़ा है। शासन के क्राइट एरिया अनुसार फिलहाल नुकसान की स्थिति नहीं दिख रही। 25 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर ही मुआवजा बनता है। अमला निरीक्षण कर रहा है। डिटेल रिपोर्ट सामने आने पर कहीं ज्यादा नुकसान हुआ है तो उसे नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। -शिवराज सिंह वर्माए कलेक्टर।
खरगोन. खेतों में पहुंचकर फसलों का जायजा लेते कलेक्टर।