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कोटा ही नहीं जयपुर के कई निजी कॉलेजों की छात्राओं से भी छेड़छाड़ के खुल सकते हैं मामले

आरटीयू के बेशर्म प्रोफेसर का मामला

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आरोपी गिरीश परमार को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर किया गिरफ्तार, दो दिन पूछताछ करेगी पुलिस

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

patrika.com

कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) का निलंबित एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार आरटीयू परीक्षक के तौर पर निजी कॉलेजों में जाता था। वहां छात्राओं को परीक्षा का भय दिखाकर अपने पास बुलाता था। कोटा ही नहीं, जयपुर के कई निजी कॉलेजों में छात्राओं से छेड़छाड़ और अपने पास बुलाने जैसी शिकायत पुलिस अनुसंधान में सामने आ रही हैं।

पुलिस उप अधीक्षक मुकुल शर्मा ने बताया कि अनुसंधान में सामने आया कि आरोपी ने कई छात्राओं से छेड़छाड़ की। आरटीयू से संबद्ध निजी कॉलेजों में भी छेड़छाड़ की जानकारी सामने आई है। जयपुर के कई निजी कॉलेजों की छात्राओं से भी उसने छेड़छाड़ की। परीक्षक होने के नाते परमार छात्राओं को भय दिखाकर अपने पास बुलाता था। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ 24 दिसम्बर को कोटा के एक निजी कॉलेज की छात्रा ने छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि गिरीश परमार उस वक्त निजी कॉलेज में प्रिंसिपल था। उसने प्रथम बार आठ-दस साल पहले उससे छेड़छाड़ की थी। फिर लगातार छेड़छाड़ करता रहा। उसे गंदी नीयत से देखता था। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी गिरीश परमार के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

इससे पहले आरटीयू की दो छात्राओं ने भी आरोपी परमार, उसके सहयोगी छात्र अर्पित अग्रवाल व ईशा यादव के खिलाफ छात्राओं से इज्जत मांगने के मामले में रिपोर्ट दी थी। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 28 दिसम्बर को न्यायालय में पेश किया था, जहां से तीनों को जेल भेजा था। दोनों प्रकरणों में अनुसंधान पूर्ण हो चुका है। इसलिए निजी कॉलेज की छात्रा से छेड़छाड़ मामले में अनुसंधान के लिए शनिवार को आरोपी परमार को सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से दो दिन के रिमाण्ड पर लिया है।

अब इस दिशा में होगी जांच

डिप्टी शर्मा ने बताया कि पीड़ित छात्रा से पूछताछ व अनुसंधान पूर्ण हो चुका है। अब आरोपी से रिमाण्ड के दौरान कई पहलुओं पर अनुसंधान किया जाएगा। इसमें आरोपी से घटना स्थल की तस्दीक कराई जाएगी। आरोपी ने छात्रा से किस जगह पर छेड़छाड़ की तथा फोटोग्राफ कब मंगाए। इसके अलावा और किन छात्राओं से छेड़छाड़ की, किन छात्राओं को परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर व अपना प्रभाव दिखाकर छेड़छाड़ के प्रयास आदि पहलुओं पर अनुसंधान किया जाएगा।