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Nagaur patrika…जिले में अभियंताओं से नहीं संभल रहा है बिजली प्रबंधन, बिगड़े हालात…VIDEO

नागौर. मानसून के दौरान जिले की बिजली वितरण व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। अभियंताओं की भारी-भरकम फौज के साथ ही हर जोन में बिजली गुल होने पर दुरुस्त करने का जिम्मा संभालने के लिए दो-दो एफआरटी टीम की तैनातगी होने के बाद भी शहरी एवं ग्रामीण एरिया एक ही दिन में पांच से छह […]

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नागौर. मानसून के दौरान जिले की बिजली वितरण व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। अभियंताओं की भारी-भरकम फौज के साथ ही हर जोन में बिजली गुल होने पर दुरुस्त करने का जिम्मा संभालने के लिए दो-दो एफआरटी टीम की तैनातगी होने के बाद भी शहरी एवं ग्रामीण एरिया एक ही दिन में पांच से छह बार की अघोषित रूप से घंटों की जा रही बिजली कटौती से स्थिति बिगड़ चुकी है।
घंटो गुल रहती है बिजली
मानसून के दौरान चल रही बारिश के दौरान बिजली गुल होने पर घंटों नहीं आती है। विभाग की ओर से औसत गुणवत्ता स्तर के लगे हांफते ट्रांसफार्मर भी अब जवाब देने लगे हैं। पड़ताल के दौरान सामने आया कि जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में जीर्ण-शीर्ण तारों के साथ लगे यह ट्रांसफार्मर बारिश होते काम करना बंद कर देते हैं। जबकि डिस्कॉम की ओर से रखरखाव के नाम चार से पांच घंटे तक जिले में पहले से की अघोषित कटौती की जा रही है। अब घोषित कटौती के साथ अघोषित कटौती दोहरे भार में फंसी आम जनता भीषण गर्मी में त्रस्त हो चुकी है।

एमडी के आदेश भी भूले अधिकारी
जिले की बिजली वितरण व्यवस्था को सुव्यवस्थित रूप से बनाए रखने के लिए डिस्कॉम के अधिकारी प्रबन्ध निदेशक के दिशा-निर्देशों को भी भूल गए। खराब बिजली के ट्रांसफार्मर बदलने एवं बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी आए दिन कहीं ट्रिपिंग हो रही है, तो कहीं ट्रांसफार्मर ही हांफने लगा है। इससे स्थिति खराब हो चुकी है।

नागौर शहर में भी पटरी उतरी व्यवस्था
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली वितरण व्यवस्था पहले ही ढेर हो चुकी है। स्थिति यह है कि शहर की भूरावाड़ी हो या फिर इंदिरा कॉलोनी अथवा बाठडिय़ा का चौक, हर दिन एक ही इलाके में पांच से छह बार अघोषित कटौतियां होने के कारण स्थिति विकट हो चुकी है। पड़ताल में राठौड़ी कुआं, खाईं की गली, रानी बाजार, बाजरवाड़ा, हाउसिंग बोर्ड ताऊसर रोड, हाउसिंग बोर्ड बालवा रोड नया दरवाजा, कृषि मंडी, काठडिय़ा का चौक , बाहेतियों की गली आदि क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह के दौरान अघोषित कटौतियों का आंकलन कर स्थिति का अंदाजा खुद-ब-खुद लगाया जा सकता है।
इनका कहना है
बिजली वितरण व्यवस्था को सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इस संबंध में दिशा-निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके बाद भी कहीं, स्थिति सही नहीं तो उपभोक्ताओं की ओर से प्रकरण आया तो इसे देखवा लिया जाएगा।
अशोक चौधरी, अधीक्षण अभियंता, अजमेर डिस्कॉम-नागौर
नागौर. शहरी एवं ग्रामीण एरिया की स्थिति