नागौर. रक्षाबंधन का पवित्र पर्व 19 अगस्त को है, यानि की अभी पूरा एक सप्ताह का समय शेष रह गया है। फिर भी बाजारों में राखियों की दुकानें अब लगने लगी है। कई जगहों पर परंपरागत राखियों के साथ स्टाइलिश राखियों से स्टॉलें भी सज गई है। राखियों में इस बार भी भगवान के चित्र वाली राखियां का अपना अलग के्रेज बना हुआ है। दुकानों पर विभिन्न देवी-देवताओं के चित्रों से सजी राखियों के साथ मिकी माऊस, डोरेमान और छोटा भीम व मोटू-पतलू की राखियां भी आई हैं। इन राखियों को लेकर बच्चों में एक अलग आकर्षण बना हुआ है। इसको लेकर बाजार में राखियों की खरीदारी भी शुरू हो गई है।
शहर के काठडिय़ा का चौक, बाठडिय़ा का चौक, अहिंसा सर्किल के साथ ही गांधी चौक और दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में भी मंगलवार को राखियों की स्टॉलें लगी नजर आई। हालांकि अभी दुकानों की संख्या कम जरूर है, लेकिन दो से चार दिन में पूरा बाजार ही राखियों के रंग में नजर आने लगेगा। ऐसा दुकानदारों का मानना है। बंशीवाला मंदिर के पास राखियों की स्टॉल पर बैठे दुकानदार विमल ने बताया कि लड्डू गोपाल, शिव, पार्वती के साथ ही अन्य देवी-देवताओं के चित्रों वाली राखियां भी इस बार उपलब्ध है। राखियां पांच रुपए से लेकर 300 रुपए तक की रेंज में मिल रही है। हालांकि परंपरागत राखियां मोटे फोम वाली मंहगी जरूर हैं, लेकिन इनका के्रज अभी बना हुआ है। दिल्ली दरवाजा के पास दुकान संजय ने बताया कि उनकी दुकान में तो भाई एवं बहन के स्नेह को दर्शाने वाली चित्र की राखियां भी इस बार आई है। इसमें प्रतीकात्मक रूप से बहन का भाई को राखी बांधना दर्शाया गया है। यह राखी डेढ़ सौ रुपए की है। इसी तरह टीवी पर आने वाले कार्टून के पात्रों को दर्शाने वाली राखियां भी हैं। यह बीस रुपए से लेकर सौ रुपए तक मिल रही है। इसमें क्वालिटी के आधार पर कम दाम की भी राखियां दुकानों पर सजाई गई है। ताकि खरीदने वाला दुकान से वापस न लौटे। हालांकि बड़ों के लिए ब्रेसलेट वाली राखियां भी कई प्रकार की डिजाइन में उपलब्ध हैं। यह भी बीस रुपए से लेकर दो सौ रुपए मिल रही है। दुकानदारों का कहना है कि अभी तो पूरा एक सप्ताह का समय शेष है। अभी जिस तरह से खरीदारी शुरू हो गई है। इससे लग रहा है कि चार से पांच दिनों में राखी का कारोबार और भी ज्यादा बेहतर होने की उम्मीद है।