डूंगरपुर चीतरी
गलियाकोट िस्थत विश्व प्रसिद्ध पीर फखरुद्दीन शहीद की दरगाह पर बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु सैयदना अली कादर मुफद्दल सैफुद्दीन बुधवार को पहुंचे। इसके साथ ही पांच दिवसीय उर्स का आगाज भी हो गया। धर्मगुरु के पहुंचते ही समाजजनों ने भव्य स्वागत किया। मौला परिवार के शहजादे एवं दरगाह कमेटी के सदस्यों की अगवानी में धर्मगुरु को शाही बंगले में प्रवेश कराया गया । जहां कुछ समय के विश्राम के बाद मौला को पालकी में बिठाकर कंधों के सहारे दरगाह में जियारत के लिए ले गए। इस दौरान जैसे ही पालकी में मौला नजर आए तो पूरा दरगाह परिसर मौला या मौला से गूंज उठा। बोहरा मोमिनों ने दोनो हाथ उठाकर सजल आंखों से दीदार करते हुए सलाम दुआ की । धर्मगुरु ने भी अपने हाथ उठाकर तमाम बोहरा मोमिनों को आशीर्वाद दिया।
मजार पर माथा टेक की जियारत
धर्मगुरु मौला ने दरगाह में प्रवेश कर बाबा की मजार पर माथा टेक जियारत की। इसके बाद दोपहर की नमाज अदा कर वतन की खुशहाली एवं वागड में अच्छी वर्षा की कामना की। इस दौरान धर्मगुरु के साथ तमाम बोहरा मोमिन ने पीर फखरुद्दीन बाबा के शहीद की याद में मातम किया एवं कुरान की तकरीरों को एक लय में गाया । धर्मगुरु दरगाह की परिक्रमा कर पैदल बोहरा मोमिन के बीच आए। धर्मावलंबियों को खुशी जाहिर कर दुबारा सलाम किया । दरगाह परिसर में मौला के करीब पा कर मोमिनों की आंखें सजल हो गई। इसके बाद खिदमतदारों की ओर से धर्मगुरु को पालकी में बिठा कर शाही बंगले पर ले जाया गया । इधर, धर्मगुरु राजकीय अतिथि होने के कारण जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी स्वागत किया।
आज होगी मजलिस व वायज
उर्स व धर्मगुरु के आगमन को लेकर गलियाकोट में बोहरा समाजजनों की भीड़ उमड़ी हुई है। यहां विभिन्न प्रकार के इंतजामात किए गए है। गुरुवार व शुक्रवार को उर्स कार्यक्रम के तहत मजलिस व धर्मगुरु वायज होगी।