भीलवाड़ा। राजस्थान पत्रिका ने भीलवाड़ा नगर विकास न्यास सचिव एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ललित गोयल से बातचीत की। उन्होंने कहा कि ई-टू जोन प्लान लेकर कोई विवाद नहीं है, प्रारूप को मंजूर करने का अंतिम निर्णय राज्य सरकार ही लेगी।
सवाल: ई-टू जोन प्लान लेकर कोई विवाद है ?
जवाब: योजना क्षेत्र का फैलाव 5100 हैक्टेयर क्षेत्र में है। यहां बारह सौ फीट की रोड प्रस्तावित नहीं है। एक हजार फीट की ग्रीन बेल्ट है। इसमें एक छोर पर सौ फीट व दूसरे छोर पर भी सौ फीट रोड है। वर्ष 2013 से योजना लंबित है। समय के साथ योजना क्षेत्र में बदलाव भी संभव है।किसानों को खेती करने से कोई नहीं रोकेगा, आबादी क्षेत्र में भी किसी प्रकार से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। ना ही किसी का अनुचित दबाव बर्दाश्त किया जाएगा।
सवाल: ई-टू जोन का प्लान न्यास स्तर पर ही बनेगा ?
जवाब: जी कतई नहीं, आपत्ति पर सुझाव आने के बवजूद न्यास इसे अंतिम रूप देने में सक्षम नहीं है। इसमें एक उच्च स्तरीय कमेटी बनेगी। इसमें टाउन प्लानिंग जयपुर, एसटीपी अजमेर, यूडीएच के सदस्य शामिल होंगे। यह कमेटी प्रारूप को फाइन रूप देगी और यही कमेटी अपनी रिपोर्ट को बोर्ड बैठक में पेश करेगी। इसके बाद राज्य सरकार को भेजा जाएगा। राज्य सरकार भी अपने स्तर पर इसकी जांच करती है। इसके उपरांत ही नोटिफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण हो सकेेगी।