सुबह के करीब 11.40 बजे है। रायपुर के प्लेटफॉर्म नं. 7 पर रामलला दर्शन के लिए पहली अयोध्या आस्था स्पेशल ट्रेन जैसे ही रुकी। ढोल-नगाड़े बजने शुरू हो गए। डिब्बे के अंदर और बाहर इंतजार कर रहे यात्री जयश्रीराम का जयघोष करने लगे। कुछ देर के लिए पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। इस बीच रामलला का दर्शन करने जाने वाले तीर्थयात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
दरअसल, रायपुर में ट्रेन में बैठने वाले यात्री दुर्ग चले गए और उसलापुर तरफ से लोग रायपुर आ गए। जब तक वापस दुर्ग से रायपुर स्टेशन नहीं आ गए, तब तक रायपुर स्टेशन में स्पेशल ट्रेन के सामने विहिप के लोग पटरी पर खड़े होकर ट्रेन को 55 मिनट तक रोक दिया। पहले जत्थे में जिन 1344 सदस्यों की सूची रेलवे को सौंपी गई थी, उनमें से 123 लोगों के बदले दूसरे सदस्यों को ले जाने का संशोधन खुद वालंटियरों ने ही कर दिया। इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधन को नहीं थी। इस वजह से ट्रेन में बैठने की अनुमति को लेकर प्रक्रिया करनी पड़ी।
रामलला का दर्शन कराने के लिए केंद्र सरकार देशभर से 1000 आस्था स्पेशल ट्रेन अलग-अलग तारीखों में चला रही है। उसी के तहत यह स्पेशल ट्रेन विश्व हिंदू परिषद के छत्तीसगढ़ प्रांत को 4 फरवरी के लिए मिली थी। इसमें सिर्फ विहिप के ही सक्रिय कार्यकर्ताओं का रिजर्वेशन था। ट्रेन दुर्ग रेलवे स्टेशन से तय समय पर रायपुर पहुंची, परंतु पहले से तय शेड्यूल के अनुसार विहिप वालंटियरों के बीच आपसी समन्वय का अभाव दिखा। कई लोग दुर्ग स्टेशन चले गए थे, जिन्हें वापस रायपुर आना पड़ा। तब ट्रेन में बैठने की अनुमति मिली।क्योंकि दुर्ग स्टेशन प्रबंधन के पास उन लोगों के नाम की सूची नहीं थी, इसलिए एंट्री नहीं मिली। ऐसे में उनके रायपुर पहुंचने तक गाड़ी 55 मिनट तक स्टेशन के प्लेटफार्म 7 पर रोके रखे। प्रांत मंत्री घनश्याम चौधरी के अनुसार थोड़ा मिस मैनेजमेंट होने की वजह से कई लोग इधर से उधर हो गए थे। परंतु सूचीबद्ध सभी लोगों में रामलला के दर्शन को लेकर काफी उत्साह था।
रायपुर से 645 लोग सवार हुए
विहिप के सक्रिय सदस्य उत्साह से लबरेज नजर आए। जयकारा लगाते हुए 11 बजे से ही रेलवे स्टेशन पहुंचने लगे थे, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं। अन्य दिनों की अपेक्षा स्टेशन में काफी भीड़ थी। अयोध्या जाने वालों का तिलक और आरती करके कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। करीब 1 बजे ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना हुई। आस्था स्पेशल के सभी यात्री रामलला के दर्शन करके अयोध्या से 6 फरवरी को रायपुर के लिए रवाना होंगे
समन्वय की कमी आई नजर
स्टेशन डायरेक्टर सीएस चंद्रशेखर ने काफी समय तक स्टेशन में ट्रेन रोके जाने के संबंध में बताया कि पहले से ही तय हो गया था कि रायपुर तरफ के लोग रायपुर स्टेशन में बैठेंगे और दुर्ग तरफ वाले दुर्ग स्टेशन में। आईआरसीटीसी से रिजर्वेशन में शामिल सदस्यों की जो सूची थी, उसमें से 123 लोगों के बदले दूसरे लोगों को शामिल कर लिया गया था, परंतु सभी का नाम मिलान कर जाने दिया गया। ट्रेन में भोजन, पानी की व्यवस्था आईआरसीटीसी के तरफ कराई गई है। यह आस्था स्पेशल रायपुर के बाद भाटापारा में रुकी और उसलापुर होकर अयोध्या गई है। 6 फरवरी को रायपुर के लिए वापस चलेगी।