रायपुर. हमारी पहली प्राथमिकता है एनआईआरएफ रैंकिंग में सुधार। यह तभी संभव है जब हम उन पैरामीटर पर खरे उतरें जो रैंकिंग के इंप्रूवमेंट के लिए जरूरी हैं। इसके लिए हम टीचर लर्निंग, रिसर्च, आउटरिच और प्लेसमेंट को बढ़ावा देंगे। कमियों पर भी विचार किया जाएगा। हमारा इंस्टीट्यूट सबसे पुराना है। यहां सबसे ज्यादा कोर्स चल रहे हैं। रिसर्च के लिए हमें प्रपोजल भेजना है। फंडिंग एजेंसी से बात करनी है। यह कहा एनआईटी के नए डायरेक्टर प्रो. एनवी रमन्ना ने। चार्ज संभालने के बाद वे पत्रिका से बात कर रहे थे।
आईआईटी, आईआईएम से करेंगे कोलैबोरेट
रिसर्च के मामले में हम यहां के दूसरे इंस्टीट्यूट से कोलैबोरेट करेंगे। जैसे आईआईटी भिलाई और आईआईएम। इनके साथ मिलजुलकर काम करेंगे।
सिस्टम रोकेगा खुदकुशी के मामले
देशभर के अलावा एनआईटी में खुदकुशी के मामले पर बोले- तनाव के चलते छात्रों के खुदकुशी के केस बढऩे लगे हैं। वैसे तो हर संस्थान में मेंटल हैल्थ और काउंसिलिंग कमेटी होती है। हमारे यहां भी है। हमारी कोशिश रहेगी कि ओरिएंटेंशन प्रोग्राम, पैरेंट-टीचर मीट के जरिए छात्रों में अवेयरनेस क्रिएट करें। नए कोर्स के सवाल पर कहा, एआई से जुड़े कोर्स पर फोकस रहेगा। हम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के हिसाब से कोर्स इंपू्रव करेंगे।
सक्सेस मंत्र- नेवर गिवअप
एक सवाल पर कहा, इंसान की जिंदगी में उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं। लेकिन कोई भी चीज स्थायी नहीं रहती। सफलता का यही मंत्र है कि नेवर गिवअप। अपने लक्ष्य के पीछे लगे रहें। इसके अलावा ईमानदारी, सिंसियर और हार्डवर्क के जरिए आप खुद को मजबूत कर सकते हैं।
क्लीन और ग्रीन कैंपस
एनआईटी के नए कैंपस की स्ट्रैटेजी पर बोले- हम स्मार्ट कैंपस बनाना चाहते हैं। जिसमें ग्रीनरी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। पानी वेस्ट न हो। बिजली की खपत कम हो। एक तरह से क्लीन और ग्रीन कैंपस प्लानिंग में है।
इन पर रहेगा फोकस
– रिसर्च
– फंडिंग
– न्यू कैंपस
– फैकल्टी रिक्रुटमेंट