छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में शुक्रवार को कबीरधाम जिले के थाना कुरदुर में तीन बैगा आदिवासियों की मौत का मामला गूंजा। इसे लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता और विपक्ष दोनों के तीखे तेवर देखने को मिले। विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव के जरिए इस पर चर्चा कराने की मांग रखी। मंत्री का वक्तव्य आने के बाद विपक्ष के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इससे नाराज विपक्ष के विधायक गर्भगृह में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। इससे विपक्ष के 30 विधायक स्वयंमेव निलंबित हो गए। बाद में निलंबन बहाल भी कर दिया गया। इस हंगामा के बीच सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। नाराज विपक्ष के विधायकों ने शुक्रवार को दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना भी दिया गया।
शून्यकाल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने इस मामले में लीपापोती करने के साथ राजनीतिक सरंक्षण में आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भी कार्रवाई पर सवाल उठाए।
महिला विधायक की टिप्पणी पर हंगामा
इस दौरान विपक्ष की महिला विधायक ने सत्ता पक्ष की एक विधायक पर गंभीर टिप्पणी कर दी। इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी गंभीर आपत्ति जताई। बाद में हंगामा के बाद महिला विधायक की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से विलोपित किया गया। निलंबन के बाद भी विपक्ष नारेबाजी करते रहा। सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद विपक्ष के विधायक गर्भगृह में बैठकर भजन गाने लगे। न्याय के लिए उनके हाथों में पोस्टर भी थे। दोबार सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति के निर्देश पर विपक्ष के लोग बाहर गए और विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।