लड़कों को देनी होती है अग्नि परीक्षा!
दरअसल, सातेरे मावे नाम के कबीले के लोग ये बताने के लिए कि वो अब बड़े हो गए हैं आज भी एक अनोखा रिवाज निभाते हैं। यहां के जवान लड़के अपने आपको चींटियों से कटवाते हैं। आप सोच रहे होंगे बस चीटिंयों से तो आपको बता दें कि ये कोई मामूली चीटियां नहीं होती बल्कि, ये जंगल में पाई जाने वाली बुलेट चीटियां होती हैं। इस चीटियों के काटने पर जलने जैसा दर्द होता है। इस परंपरा को निभाने के लिए खुद लड़के पहले जंगल जाते हैं और फिर वहां से बुलेट चीटियों को इकट्ठा करके लगाते हैं।
10 मिनट तक कटवाना होता है
इन चीटियों को इकट्ठा करने के बाद नशे की दवा दी जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि उटने पर ये चीटियां काटने को तैयार रहें। इन चीटियों को लकड़ी की छाल से बने दस्तानों में बंद कर दिया जाता है। वहीं जब चीटियां खुद को बंद देखती है तो गुस्से में आ जाती हैं और इसके बाद जब लड़का इन दस्तानों में अपने हाथ डालता है तो वो लड़के के हाथ पर जोर जोर से काटती हैं। परंपरा के मुताबिक, लड़के को कम से कम 10 मिनट तक दस्तानों में हाथ डाल कर रखना होता है और नाचना होता है। अगर कोई भी लड़का इस से ज्यादा समय तक दर्द सहन करता है तो उसे ताकतवर माना जाता है।