मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का है। जहां 40 साल की निशा बेगम पेट में पथरी का ऑपरेशन यहां के सरकारी अस्पताल में करवाया था। मगर ऑपरेशन के बाद भी निशा के पेट में दर्द बना रहता था। वो पिछले छह महीने से अस्पताल के चक्कर काट रही थी। मगर कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार कुछ दिन पहले उसे दोबारा एडमिट किया गया। उसे दवाइयां बदलकर दी गई, मगर पीड़िता की हालत जस की तस बनी रही।
समस्या से परेशान होकर महिला को दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां 15 दिनों तक डॉक्टरों ने निशा को निगरानी में रखा और कई टेस्ट कराए। डॉक्टरों ने निशा का दोबारा ऑपरेशन किया। उस वक्त चिकित्सकों की आंखे फटी की फटी रह गईं। उन्होंने देखा कि निशा के पेट में छोटा तौलिया और बैंडेज रखे हुए हैं। जिसके चलते दर्द बंद नही हो रहा था। डॉक्टरों की इस लापरवाही से पीड़िता और उसके परिजन काफी नाराज हैं। उन्होंने सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया है।