
Imran Khan
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इमरान इस समय तोशाखाना मामले में दोषी करार दिए जाने की वजह से जेल की सज़ा काट रहे हैं। एक निचली अदालत ने इमरान को 3 साल की जेल की सज़ा सुनाई है। इतना ही नहीं, सज़ा के रूप में इमरान पर 5 साल चुनाव लड़ने का बैन और 1 लाख पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है और अगर इमरान इसका भुगतान नहीं करते तो उनकी जेल की सज़ा को 6 महीने तक बढ़ाया जा सकता है। अब इमरान के सिर पर एक और मुश्किल आ गई है। एक अन्य मामले में उन्हें फिर गिरफ्तार किया जा सकता है।
किस मामले की वजह से बढ़ी इमरान की मुश्किलें?
दरअसल पिछली बार इमरान को 9 मई को गिरफ्तार किया गया था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में दंगे भड़क गए थे और इमरान के समर्थकों ने देश में अलग-अलग जगहों पर हिंसा भड़काई। इस दौरान कुछ सरकारी और पुलिस की इमारतों में तोड़फोड़ के साथ आगजनी भी की गई। इन इमारतों में से एक जिन्ना का लाहौर स्थित घर भी था, जिसे इमरान के समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया था। जिन्ना के उस घर को लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस के तौर पर भी जाना जाता है। दंगों के इस मामले में इमरान से कनेक्शन जोड़ा जा रहा है और इसे इमरान की साजिश बताया जा रहा है। इसी मामले की वजह से अब इमरान की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
लाहौर पुलिस को मिली गिरफ्तारी की इजाज़त
जिन्ना के घर को जलाने के इस मामले में लाहौर पुलिस के इंवेस्टिगेशन चीफ ने एंटी-टेररिज्म कोर्ट में एक याचिका दायर की थी और इमरान की गिरफ्तारी की मांग की थी। एटीसी ने लाहौर पुलिस को इसकी इजाज़त दे दी है। ऐसे में अटक जेल में बंद इमरान को लाहौर पुलिस गिरफ्तार कर सकती है और आगे की कार्रवाई कर सकती है। ऐसे में इमरान को इस मामले में भी सज़ा मिल सकती है।
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Published on:
24 Aug 2023 04:39 pm
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