ट्रंप ने मास्क लेकर कोई सख्ती नहीं की थी लेकिन बाइडन ने सबसे पहले कोरोना वायरस को लेकर ऑर्डर साइन किया। हर व्यक्ति को 100 दिन तक मास्क लगाना जरूरी होगा। सरकारी बिल्डिंग में, कोरोना हैल्थवर्कर हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी होगी।
ट्रंप ने 2017 में अपने कार्यकाल के पहले सप्ताह में ही ७ मुस्लिम देशों इराक, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया व यमन पर ट्रैवल बैन लगाया था। जिसे बाइडन ने भी हटा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले को 2018 में बरकरार रखा था।
ट्रंप ने साल 2020 में अमरीका को डब्ल्यूएचओ से हटाने का फैसला किया था। चुनाव के दौरान ही बाइडन ने कहा था कि अमरीका फिर डब्ल्यूएचओ का सदस्य होगा। अमरीका ग्लोबल हैल्थ को मजबूत करेगा तो वह खुद भी सुरक्षित रहेगा।
ट्रंप ने 2019 में भारत, चीन व रूस पर प्रदूषण बढ़ाने का आरोप लगा पेरिस समझौते से बाहर हो गए थे। इसके बाद बताया था कि 70 सालों में पहली बार अमरीका तेल व प्राकृतिक गैस का नंबर वन उत्पादक देश बन गया है। बाइडन ने पेरिस समझौते में पुन: शामिल होने का फैसला किया है।
ट्रंप ने मैक्सिको से आने वाले प्रवासियों रोकने के लिए नेशनल इमरजेंसी बताकर दीवार बनाने का आदेश दिया था। बाइडन ने मैक्सिको बॉर्डर की दीवार की फंडिंग के साथ निमार्ण पर रोक के आदेश दिए हैं।
ट्रंप के 2019 में कनाडा के साथ 1900 किमी लंबी तेल पाइपलाइन बनाने के करार पर बाइडन ने रोक लगा दी है। पाइपलाइन के चलते क्रूड ऑयल निकालने से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन 17 फीसदी बढऩे का विरोध भी हो रहा था। ओबामा प्रशासन ने भी बैन किया था।
नस्लीय समानता
जो बाइडन ने संघीय एजेंसियों को नस्लीय व लैंगिक समानता को प्राथमिकता देने के लिए उन नीतियों की समीक्षा के आदेश दिए हैं। इसमें एलजीबीटीक्यू लोगों के साथ कार्यस्थल पर भेदभाव नहीं किया जा सकेगा।
बाइडन आम लोगों को बड़े स्तर पर आर्थिक मदद करने के लिए कांग्रेस में बिल्ड बैक बेटर रिकवरी प्लान पैकेज की मांग करेंगे। यह पैकेज कोविड-19 महामारी से आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए होगा।
‘मुझे कई काम करने हैं, इसलिए मैं यहां हूं। मुझे लगता है कि मेरे पास बिल्कुल समय नहीं है। तुरंत काम शुरू करने जा रहा हूं। मैं पहले ही बता चुका हूं कि अगले 7 दिन में कई एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर साइन करूंगा।’
– जो बाइडन, राष्ट्रपति अमरीका
वॉशिंगटन. अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रमुख जिम ब्रिडेनस्टाइन ने जो बाइडन के शपथ ग्रहण के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। संभावना है कि यह जिम्मेदारी किसी महिला को दी जाएगी। 1958 से अब तक इस एजेंसी की कमान पुरुष प्रशासक के हाथ में रही है। अगली महिला प्रशासक ही 2024 में चांद की सतह पर उतरने वाली पहली महिला भी होंगी।