11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों से सेना की मुठभेड़, कमांडर समेत 15 आतंकवादी ढेर

Pakistan: पाकिस्तान के सबसे अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों की सेना के जवानों से मुठभेड़ हो गई। इसमें एक सेना अधिकारी भी शहीद हो गया है।

2 min read
Google source verification
pakistan

pakistan

Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सेना और आतंकियों की मुठभेड़ में कमांडर समेत 15 आतंकवादी मारे गए। वहीं एक पाकिस्तानी सेना अधिकारी शहीद हो गया। सेना का ये ऑपरेशन उत्तरी और दक्षिणी वजीरिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में था। पाकिस्तान के अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक सेना के जवानों को इन इलाकों में आतंकी गतिविधि का इनपुट मिला था। जिसके बाद सेना ने बन्नू जिले के जानी खेल इलाके में पहला ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन में दो आतंकी मारे गए।

एक सेना अधिकारी शहीद

दूसरा ऑपरेशन उत्तरी वजीरिस्तान के दत्ता खेल तहसील में चलाया गया, जहां भीषण गोलीबारी में 5 आतंकी मारे गए। लेकिन इस ऑपरेशन में सैनिकों का नेतृत्व कर रहे मेजर मुहम्मद अवैस गोलीबारी के दौरान शहीद हो गए। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने कहा कि जिला नरोवाल के 31 वर्षीय अधिकारी मेजर अवैस इस अभियान में मुख्य व्यक्ति थे।

सेना-पुलिस पर हमला करने वाले आतंकी भी ढेर

दक्षिण वजीरिस्तान में तीसरे अभियान में 6 और आतंकवादी मारे गए जबकि 8 घायल हुए। ISPR ने जोर देकर कहा कि इलाके में आतंकियों का सफाई अभियान जारी है। एक अलग घटना में सुरक्षा बलों ने बुधवार रात दक्षिण वजीरिस्तान की बिरमल तहसील में एयरस्ट्राइक की। जिसमें मनरा क्षेत्र के एक घर को निशाना बनाया गया। इस हमले में स्थानीय कमांडर नूर मुहम्मद समेत एक और आतंकी मारा गया। कथित तौर पर दोनों लोग सुरक्षा बलों, पुलिस और नागरिकों पर हमलों में शामिल थे। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय अधिकारियों ने इस हमले की तुलना ड्रोन हमले से की है।

140 से ज्यादा विस्थापित परिवारों के लिए प्रशासन ने कुछ नहीं किया

सेना के इस ऑपरेशन के चलते दक्षिण वजीरिस्तान के 140 से ज्यादा परिवार अस्थायी रूप से विस्थापित हो गए। ये लोग महसूद जनजाति के हैं और उन्हें दाश्का, ज़रीफ़ खेल और अबा खेल गाँवों में अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इन लोगों को माकिन बाज़ार के पास दूसरी जनजातियों के स्वामित्व वाले खाली घरों में अस्थायी आश्रय मिला है लेकिन जिला प्रशासन या प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से कोई आधिकारिक इंतजाम नहीं किए गए हैं। लोगों ने इसे लेकर चिंता जताई है क्योंकि उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण वजीरिस्तान में जो ऑपरेशन चलाया गया वो, माकिन के लेटा सर क्षेत्र में एक सुरक्षा चौकी पर आतंकवादी हमले का जवाब था। इस हमले में 21 दिसंबर को 16 फ्रंटियर कोर कर्मियों की मौत हो गई थी। 

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में दूल्हे के पिता ने दुल्हन के घर पर प्लेन से बरसाए लाखों रुपए, वायरल हो गया वीडियो