सिरोंज। शहर के शासकीय उत्कृष्ट स्कूल के खेल मैदान की शोहरत बंगाल और कश्मीर तक है। इसका निर्माण नवाब ने करवाया था। अब इस पर छात्रावास भवन बनाने की कवायद चल रही है, इसको लेकर विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं।
खिलाडी नहीं चाहते कि मैदान का स्वरूप बिगाडऩे वाला कोई भी काम हो। उनके मुताबिक शासकीय उत्कृष्ट स्कूल का खेल मैदान देश भर में प्रसिद्ध है। वर्ष 1936 में तत्कालीन नवाब ने यह मैदान बनवाया था। यहां पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, यूपी आदि राज्यों की देश की प्रख्यात फुटबाल टीमों के खिलाड़ी अखिल भारतीय मालवा ट्राफी फुटबाल प्रतियोगिता में खेल चुके हैं।
वरिष्ठ खिलाड़ी सखावत हुसैन का कहना है कि पूरे मध्यप्रदेश में सबसे अच्छा मैदान हमारे सिरोंज का ही है। यदि खेल मैदान पर भवन बना तो आंदोलन किया जाएगा।
वरिष्ठ खिलाड़ी शरीफ उल्लाह का कहना है कि दिल्ली के लाल परेड मैदान में भी लाल मुरम दिखाई देती है, लेकिन इस मैदान पर तो घास के रूप में मखमल बिछा हुआ है। यह कुदरत की देन है। इस मैदान पर कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं हो चुकी हैं। 14 बार मालवा ट्राफी फुटबाल प्रतियोगिता हो चुकी है।
वरिष्ठ खिलाड़ी राजमल सोनी, इस खेल मैदान की तो बात ही अनोखी है। मैं 72 वर्ष की उम्र में सैकड़ों बड़ी प्रतियोगिताओं में बाहर खेला हूं, लेकिन बंगाल, कश्मीर में भी ऐसा मैदान नहीं देखा। यहां मुझे बचपन याद आ जाता है।
उधर उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य एसएस बिसेन का कहना है कि शासकीय उत्कृष्ट स्कूल का खेल मैदान सुप्रसिद्ध है। इससे युवा खिलाडिय़ों का भविष्य जुड़ा है। छात्रावास भवन निर्माण खेल मैदान को ध्यान में रखते हुए अन्य स्थान पर होना चाहिए।