घटना को लेकर दो तरह के दावे
बोल-बैकुंडू तनाव से घिरे दो अंग्रेजी भाषी इलाकों में से एक है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वारदात के पीछे आखिर वजह क्या थी और इसे किसने अंजाम दिया। इस घटना को लेकर दो तरह के दावे किए जा रहे हैं। एक ओर स्थानीय लोगों का दावा है कि गोली सरकारी बलों के द्वारा चलाई गई है, वहीं दूसरी ओर सरकार का कहना है कि इनकी मौत सेना और सशस्त्र अलगाववादियों के बीच हुई झड़प में हुई है।
मारे गए लोगों में महिलाएं भी शामिल
मीडिया से एक स्थानीय निवासी ने बात करते हुए कहा, ‘मैंने अपनी खुद 15 शवों की गिनती की थी। वहां पुरुषों के साथ ही महिलाओं के शव भी मौजूद थे। इनको बाजार में गोली मारी गई थी, लोग निहत्थे थे।’ एक स्थानीय अधिकारी ने भी नाम न छापे जाने की शर्त पर कहा, ‘उन्होंने (अलगाववादियों ने) इलाके की सड़क को बाधित कर दिया था। इसके बाद सेना को उन्हें डराने के लिए गोलीबारी करनी पड़ी थी। इसके बाद उन्होंने जवाबी कार्रवाई की और सैनिकों ने दोबारा हमला करने का फैसला लिया। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में ज्यादातार लोगों की मौत हुई है।’ अभी घटना पर सेना की ओर से टिप्पणी नहीं आई है।
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। वहां मंगलवार को भी पश्चिमोत्तर और दक्षिण -पश्चिम के दो युद्धग्रस्त अंग्रेजी भाषी क्षेत्रों में करीब चार नागरिकों की गोली मारकार हत्या कर दी गई थी।