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आगरा। दो साल पहले एलएलबी कर चुकी युवती अधिवक्ता के दफ्तर में काम करती थी। 14 अगस्त को बोदला रोड स्थित अधिवक्ता के कार्यालय में युवती की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। इस मामले में अधिवक्ता सहित पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। युवती के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। युवती की मौत के मामले में नया मोड़ आने के बाद पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है।
एलएलबी के बाद अधिवक्ता के दफ्तर में काम कर रही थी दिव्या
बोदला, गेंदा नगर निवासी राजाबाबू की बेटी दिव्या उर्फ स्वीटी सिकंदरा रोड स्थित ईंट मंडीमें अधिवक्ता जीएस कुशवाहा के दफ्तर में काम करती थी। उसने अपनी एलएलबी की पढ़ाई 2016 में ही पूरी की थी। अधिवक्ता के दफ्तर में सेल्स टैक्स से संबंधित काम होता है। कार्यालय में स्वीटी के अलावा तीन अन्य लोग भी काम करते हैं। बताया गया है कि स्वीटी 14 अगस्त को घर नहीं लौटी थी। परिजनों ने फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद परिजनों ने अधिवक्ता से दिव्या के बारे में पूछा तो अधिवक्ता ने कहा कि वो दफ्तर में काम कर रही होगी। परिजनों का कहना है कि दिव्या को लगातार फोन किए तो एक बार फोन उठाने के बाद काट दिया गया। इसके बाद वे अधिवक्ता के दफ्तर पहुंच गए। लेकिन, दफ्तर अंदर से बंद था।
कमरे में पंखे पर लटकी थी दिव्या
पुलिस को इसकी सूचना दी गई तो पुलिस ने दीवार तोड़कर दरवाजा खोला और अंदर प्रवेश किया। अंदर का नजारा देखकर सभी हैरान रह गए। पंखे से फांसी के फंदे पर दिव्या उर्फ स्वीटी लटकी हुई थी। पिता का आरोप है कि दो दिन पहले जीएस कुशवाहा और दफ्तर में काम करने वाले मुन्नालाल ने स्वीटी को पीटा था। उसका मानसिक उत्पीड़न किया था। उसकी हत्या कर उसके शव को फंदे पर लटका दिया गया। पुलिस ने अधिवक्ता जीएस कुशवाहा और मुन्नालाल सहित तीन अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस को मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी लगने से आया है। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल तेजी से कर रही है।
Updated on:
18 Aug 2018 05:29 pm
Published on:
18 Aug 2018 10:59 am
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