आगरा। सरकारी महकमे में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़े प्रयास किए हैं। लेकिन, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के तमाम दावे खोखले साबित होते जा रहे हैं। एसीएम द्वितीय के पेशकार का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें भ्रष्टाचार की गंद आ रही है। पत्रिका टीम इस वीडियो की पुष्टि रिश्वतखोरी के तौर पर नहीं कर रही है। लेकिन, वीडियो में जिस तरीके से बातचीत की जा रही है, वो रिश्वत की ओर इशारा करती नजर आ रही है। ये वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। जिसमें पेशकार कक्ष में बैठे हैं और कागजी काम कर रहे हैं। इस दौरान वो बात करते दिख रहे हैं कि चालानी कहां है इसकी, दूसरी तरफ से आवाज आती है, चालानी लगी है न नीचे। इसके बाद पेशकार की आवाज आती है कि लाओ पैसे लाओ फटाफट, पैसे दो… इकट्ठे दोगे। इसके बाद दूसरी तरफ से प्रोबेशन अधिकारी के यहां तैनात होने की आवाज आती है। वीडियो में वकील साहब पेशकार साहब को कुछ दे रहे हैं। हालांकि रुपयों के लेनदेन का मामला वीडियो में कैद नहीं हुआ है। लेकिन, लेनदेन में रुपयों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुरूआत पैसों को लेकर हुई थी। वायरल हो रहे वीडियो में ये पेशकार कलेक्ट्रेट परिसर में एसीएम द्वितीय के यहां कार्यरत हैं और इनका नाम राजेंद्र श्रीवास्तव बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो बिना रिश्वत के कोई काम कार्यालय में नहीं होता है।