27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

AGRA METRO NEWS : टीबीएम ‘गंगा’ ने पकड़ी रफ्तार, 100 मीटर से ज्यादा हुआ दूसरी टनल का निर्माण

AGRA NEWS :आगरा मेट्रो ट्रेन का काम लगातार रिकार्ड स्पीड से आगे बढ़ता जा रहा है।

2 min read
Google source verification

आगरा

image

Avinash Jaiswal

May 15, 2023

tbm

टीबीएम गंगा टनल का काम करते हुए

AGRA NEWS :आगरा शहरवासियों को निर्धारित समय से पूर्व मेट्रो सेवा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा तेज गति के साथ आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में स्टेशन परिसर व टनल निर्माण कार कार्य किया जा रहा है। रिकार्ड टाइम में टीबीएम यमुना द्वारा जामा मस्जिद से आगरा फोर्ट के बीच पहली टनल का निर्माण पूरा होने के बाद अब टीबीएम गंगा ने भी रफ्तार पकड़ ली है। टीबीएम गंगा द्वारा अब तक 75 रिंग सफलतापूर्वक लगाई जा चुकी हैं, जिससे 100 मीटर से अधिक टनल का निर्माण पूरा हो गया है।

पूरे देश में बनाया तेजी का रिकार्ड

बता दें कि देश में आगरा मेट्रो रेल परियोजना पहली ऐसी परियोजना है जहां टीबीएम लॉन्च के बाद महज 77 दिन के रिकॉर्ड टाइम में पहला ब्रेकथ्रू किया गया है। टीबीएम 'यमुना' को फरवरी में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लॉन्च किया गया था। इसके बाद टीबीएम यमुना ने 77 दिन में पहला ब्रेक थ्रू करते हुए कीर्तिमान स्थापित किया। टीबीएम यमुना अब आगरा फोर्ट से ताजमहल मेट्रो स्टेशन की दिशा में टनल का निर्माण करेगी।

तीन चरणों में हो रहा अंडरग्राउंड काम

टनल बोरिंग मशीन द्वारा अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के निर्माण को मुख्य तौर पर तीन चरणों में विभाजित किया गया है। इस प्रक्रिया में प्रथम चरण इनीशीयल (प्राथमिक) ड्राइव होता है, जिसमें टीबीएम लॉन्चिंग शाफ्ट से टनल की खोदाई का काम शुरू करती है। इस चरण में शुरुआती/अस्थाई रिंग सेग्मेन्ट्स को मैनुअल तरीके से लगाया जाता है, जिससे मशीन में लगे थ्रस्ट जैक, इन्ही अस्थाई रिंग सेग्मेन्ट्स की मदद से टीबीएम को आगे बढ़ाते हैं। इसके बाद टीबीएम मेन ड्राइव में पहुंचती है, जिसमें टीबीएम खोदाई के साथ ही स्थाई रिंग सेगमेन्ट्स लगाते हुए टनल का निर्माण करती है।

टनल बोरिंग मशीन विभिन्न हिस्सों में विभाजित होती है। टीबीएम के सबसे अग्रिम भाग फ्रंट शील्ड में कटिंग हैड होता है, जिसकी मदद टीबीएम मिट्टी को काटते हुए सुरंग की खोदाई करती है। कटिंग हैड में एक विशेष किस्म के केमिकल के छिड़काव की भी व्यावस्था होती है, जो कि कटिंग हेड पर लगे नॉज़ल के द्वारा मिट्टी पर छिड़का जाता है। इस केमिकल की वजह से मिट्टी कटर हैड पर नहीं चिपकती और आसानी से मशीन में लगी कनवेयर बेल्ट की मदद से मशीन के पिछले हिस्से में चली जाती है, जहां से ट्रॉली के जरिए मिट्टी को टनल से बाहर लाकर डम्पिंग एरिए में भेज दिया जाता है।

इसके साथ ही मशीन के पिछले हिस्से में प्रीकास्ट रिंग सेगमेंट को लॉन्च करने की व्यवस्था भी होती है। टनल निर्माण के दौरान रिंग सेगमेंट लगाने के बाद टीबीएम द्वारा ही रिंग सेगमेंट एवं मिट्टी के बीच में ग्राउटिंग स़ोल्यूशन भर दिया जाता है, जो कि रिंग सेगमेंट्स और मिट्टी के बीट मजबूत जोड़ स्थापित कर टनल को मजबूती प्रदान करता है। टीबीएम के मिड शील्ड में लगे थ्रस्टर्स मशीन को आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

दो कारीडोर में बनेगा ट्रैक

गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे।