
Agra University
आगरा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में आॅनलाइन सिस्टम फेल हो चुका है। यूनिवर्सिटी में हजारों डिग्री और सत्यापन पेंडिंग पड़े हैं। 25 दिन में समस्या को निस्तारण का दावा किया जा रहा था, लेकिन समस्या इतनी विकराल हो चुकी है, कि दो माह बाद भी छात्रों की समस्या का समाधान नहीं हो सका है। आॅनलाइन आवेदन करने के बाद छात्र कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित द्वारा छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए एक मार्च से आॅनलाइन प्रक्रिया शुरू कराई गई थी। आॅन लाइन प्रक्रिया एक मार्च 2017 से शुरू की गई थी, जिसमें अब तक सत्यापन के लिए 15 हजार आवेदन और डिग्री के लिए 19 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं, लेकिन विवि कर्मचारियों द्वारा अब तक 50 फीसद भी समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा सका है, जिसके चलते अब जरूरतमंद छात्र आॅनलाइन प्रक्रिया को भूल कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, बावजूद इसके उनकी समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
25 दिन का दावा भी हुआ फेल
आॅनलाइन आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स को कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने 25 दिन में डिग्री देने का दावा किया था, लेकिन छह महीने बाद भी स्टूडेंट्स की समस्या का निस्तारण नहीं किया जा सका है, जिसके चलते यूनिवर्सिटी के कार्यालयों में पहले की तरह भीड़ फिर दिखने लगी है।
आॅनलाइन आवेदन प्राप्त होने की संख्या
सत्यापन के लिए कुल 10 हजार आवेदन पेंडिंग हैं, वहीं डिग्री के लिए कुल 11 हजार आवेदन पेंडिंग पड़े हुए हैं। कुलसचिव केएन सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स की समस्या का निस्तारण किया जा रहा है। जिन स्टूडेंट्स के दस्तावेज पूरे नहीं है, उन्हें जानकारी दी गई है।
- हर महीने आते हैं 12 हजार ऑनलाइन आवेदन
- विवि में एक दिन में आते हैं करीब 700 छात्र
- विवि में आने वाले 90 फीसद छात्र ऑनलाइन आवेदन वाले
- 80 फीसद छात्रों का समस्या का समय से नहीं होता निस्तारण
Published on:
21 Jul 2018 04:19 pm
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