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इंटरनेशनल सुविधाओं से अभी कोसों दूर आगरा का सिविल एन्क्लेव, एयरपोर्ट अथॉ​र्टी आॅफ इंडिया ने किया खुलासा

locationआगराPublished: Jul 25, 2018 07:38:51 am

सिविल सोसायटी को दी गई जानकारी में हुआ बड़ा खुलासा।

आगरा। आगरा विश्‍वविख्‍यात इंटरनेशनल टूरिस्‍ट आवाजाही का केन्‍द्र है, यहां का एयरपोर्ट सिविल एन्‍कलेव पूर्व से ही वीवीआईपी एयरपोर्ट के रूप मे चिन्‍हित है। इसकी एक मुख्‍य वजह यहां विदेशी राष्‍ट्राध्‍यक्ष तो राज्‍यातिथि के रूप में आते ही रहते हैं, साथ ही कुछ वीआईपी सीधे ही अपने देशों से यहां सपरिवर पहुंचते रहते हैं। उपरोक्‍त जानकारियां एयरपोर्ट अथार्टी आॅफ इंडिया की ओर से सिविल सोसायटी आगरा के जनरल सैकेट्री अनिल शर्मा को दी गयी हैं।
ये मिला जवाब
श्री शर्मा के द्वारा आगरा एयरपोर्ट के स्‍टेटस के सम्‍बन्‍ध में पूछी गयी जानकारी के जवाब में बताया गया है, कि वर्तमान में आगरा एयरपोर्ट सिविल एन्‍कलेव के रूप में संचालित है। एयरफोर्स परिसर में होने के कारण सुरक्षा व्‍यवस्‍था को लेकर काड़ाई है, जिसका हवाई यात्रा करके आगरा आने जाने टूरिस्‍टों के आवागमन की संख्‍या पर प्रतिकूल असर पड़ता है। अब धनौली में नया सिविल एयर एन्‍कलेव बन जाने के बाद एयरपोर्ट तक पहुंच के लिये वायुसेना परिसर में से होकर गुजरना खत्‍म हो जायेगा। यात्रियों के लिये टर्मिनल तक पहुंच सहज हो जायेगी।
डीपीआर में दी गई ये जानकारी
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा के आगरा सिविल एन्क्लेव कि डीपीआर के बारे में यह जानकारी दी कि आगरा बहुत सारी नॉन शड्यूल फ्लाइट्स हैंडल करता है। नये सिविल एन्क्लेव को 500 पीक ऑवर्स पैसेंजर के लिये किया गया है। 250 यात्री आगमन और 250 departure के लिये और 200 इंटरनेशनल पीक ऑवर्स यात्री, 100 यात्री आगमन और 100 departure के लिये। कुल मिलाकर600 यात्री प्रतिदिन। यह सब 2032 को देखते हुए प्लान किया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है हायर ट्रैफिक वॉल्यूम वाले एयर पोर्ट प्रोजेक्टेड ग्रोथ रेट से प्लान होते हैं। 10 से 15 हज़ार पैसेंजर वाले एयरपोर्ट कि प्लानिंग उस एयरपोर्ट ने किस तरह के एयरक्राफ्ट हैंडल किये हैं और भविष्य में कैसे एयरक्राफ्ट हैंडल होने कि सम्भावना है से की जाती है।
नहीं हुआ न्याय
सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा मानती है डीपीआर में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पूरा जस्टिस नहीं किया है। प्लान बहुत कांसेर्वतिवे है। पूरी उम्मीद है टूरिज्म और आगरा कि स्थानीय जरूरत को देखते हुए, यह सिविल एन्क्लेव छोटा पड़ेगा और सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी को 2032 के बाद के लये भी जमीन अभी चिन्हित कर लेनी चाहिए।आगरा की एयर कनेक्‍टिविटी के सम्‍बन्‍ध में दी गयी एक जानकारी में बताया गया है कि वर्ष 2016 और 2017 में आगरा सिविल एयरपोर्ट पर किसी नियमित उड़ान का आवागमन नहीं रहा था। वर्ष2017-18 में एयर इंडिया के द्वारा एबी-319 टाइप एयर क्राफ्ट की दिल्‍ली-आगरा-वाराणसी फ्लाइट शुरू की हुई है, जबकि एयर डेकिन ने आगरा-दिल्‍ली-आगरा के बीच भारत सरकार की रीजनल कनैक्‍टिविटी योजना (आसीएस) के तहत फ्लाइट शुरू किये जाने की घोषणा की हुई है।
जरूरी है ये काम
सिविल सोसायटी के जनरल सैकेट्री अनिल शर्मा ने कहा है कि एयरपार्ट अथॉर्टी के द्वारा इसे वीवीआईपी मूवमेंट वाला एयरपोर्ट तो जरूर स्‍वीकार कर लिया गया। जबकि हकीकत यह है कि भारत आने वाले इंटरनशनल टूरिस्‍टों का सबसे पसंददीदा ‘डैस्‍टिनेशन ‘ आगरा ही होता है। विदेशियों के लिये टाइम फैक्‍टर और प्रोग्राम की एक्‍यूरेसी सबसे महत्‍वपर्ण होती है। हवाई यात्रा कर कार्यक्रम समय से पूरा होना सुनिश्‍चित रहता है, किन्‍तु आगरा की एयर कनेक्‍टिविटी नामात्र की प्रतीकात्‍मक ही रहने से विदेशी क्‍या तमाम देश के ही पर्यटक आगरा में उतना समय नहीं बिता पाते हैं जितना कि यहां के तीन ‘यूनिस्‍को टैग’ वाले मान्‍यूमेंटों को देखने के लिये जरूरी माना जाता है।

जनप्रतिनिधि उठायें आवाज
श्री शर्मा ने कहा कि उन्‍हें उम्‍मीद थी कि आगरा के जनप्रतिनिधि ही विधायिका के सदनों में आवाज उठाकर ‘इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ की खामी दूर करवायेंगे, किन्‍तु अब उन्‍हें यह संभव होता नहीं लगता, फलस्‍वरूप सिविल सोसायटी का आगरा एयरपोर्ट के मुद्दे को लेकर आगे आना लाजमी ही था।

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