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मानसिक असंतुलन भी बढ़ा सकता है बॉडी शेमिंग

स्पाइसी शुगर क्लब द्वारा सीजलिंग रैम्प शो व हेल्थ टॉक का किया आयोजनरैम्प पर महिलाओं ने बिखेरा फैशन का जलवा, बॉयोलॉजीकल एज को कंट्रोल करने की टिप्स भी जानी

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आगरा

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Dhirendra yadav

Oct 10, 2019

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आगरा। मेरी नाक कुछ टेढ़ी है। काश में थोड़ी और मोटी होती। मेरी बाल कुछ ज्यादा पतले हैं, अच्छे नहीं लगते, जैसी तमाम बातें हो सकती हैं जो आपको खुद के लिए शर्म महसूस कराती हैं। लेकिन ऐसी नकारात्मक सोच आपके मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकती है। जिससे आप हृदय रोग, डायबिटीज, हाइपर टेंशन जैसे बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि अच्छे वातावरण में रहते हुए पौष्टिक आहार लें और अपने शरीर से प्यार व सम्मान करें।

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यहां हुआ प्रोग्राम
स्पाइसी शुगर क्लब द्वारा होटल डबल ट्री बाई हिल्टन में आयोजित सीजलिंग रैम्प शो व हेल्थ टॉक का योजन किया गया। जिसमें क्लब 35 प्लस की डॉ. जयदीप मल्होत्रा ने बॉडी शेमिंग व डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा रिवर्सिंग बॉयोल़ॉजीकल एज पर व्याख्यान दिया। डॉ. जयदीप ने कहा कि किसी के कमेन्ट पर ध्यान देने के बजाय खुद से प्यार करना सीखें। इस अवसर पर स्पाइसी शुगर व क्लब 35 प्लस की सदस्याओं ने रैम्प शो भी भी किया। संचालन क्लब की संस्थापिका पूनम सचदेवा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से चांदनी ग्रोवर, पावनी सचदेवा, डॉ. नीतू चौधरी, डॉ. पायल सेठ, डॉ. हिना, डॉ. निहारिका, अशु मित्तल, मीनाक्षी मोहन, वंदना पटोलिया, सोनाली खंडेलवाल, शिल्पा लूथरा, सिमरन अवतानी, रीता वासन, आरती मगन, हरमीत चौपड़ा, दिव्या वाधवा आदि उपस्तित थीं।

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बुढ़ापे को भगाना है तो स्टेम सेल को दुरुस्त रखिए
बुढ़ापे को दूर भगाना है तो अपनी स्टेम सेल को दुरुस्त रखिए। यदि आपके शरीर की स्टेम सेल स्वस्थ हैं तो आप उम्र के मामले में रिवर्स गेयर भी मार सकते हैं। त्वचा के सभी सेल 3 दिन में, रक्त कोशिकाएं 120 दिन ने नई बन जाती हैं। इसी तरह स्टेम सेल शरीर के सभी अंगों को रिपेयर करते हैं। लेकिन आज हमारी लाइफ स्टाइल और प्रदूषित वातावरण के कारण जीन्स में असंतुलन क्रोमोजोम खराब हो जाते हैं। सेल नए प्रोटीन नहीं बना पाते। जिससे हर सेल में एनर्जी हाउस माइटोक्रोन्ज्रिया खराब हो जाती है और स्टेम सेल खराब होने लगते हैं। बुढापा बढ़ने के साथ प्रतिरोधक क्षमता कम और बुढ़ापे की बीमारियां बीपी हार्ट कैंसर निमोनिया, धुंधला दिखना, सुनाई कम देना, लिवर फेल होना जैसी बीमारियां घेर लेती हैं। डॉ. नरेन्द्र में मेडीटेशन, स्टेम सेल थैरपी, एंटी ऑक्सीडेंस थैरपी, हार्मोन थैपरी, लेजर थैरपी आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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