
योगी आदित्यनाथ
आगरा। एससी एसटी एक्ट को लेकर देश में इन दिनों सवर्ण समाज में खासा आक्रोश व्याप्त है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों में ये बड़ा मुद्दा बन रहा है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत को दोहराने का अभियान एससी एसटी एक्ट में संशोधन का विरोध रोक सकता है। भाजपा से दलित और सवर्ण वर्ग छिटक रहा है, ऐसी खबरों से भाजपा में खलबली मची हुई है। सूबे के मुख्यमंत्री अब खुद अनुसूचित और दलित नेताओं के साथ मंथन करेंगे।
दलितों में भाजपा की पकड़ मजबूत करने पर मंथन
दलित नेताओं का आगरा में 21 अक्टूबर को जमावड़ा होगा। भाजपा अनुसूचित मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सूबे के मुखिया योगी आदित्यानाथ के सानिध्य में फतेहबाद रोड स्थित पल्स रिसॉर्ट पर सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी। एक दिवसीय कार्यक्रम में लोकसभा चुनावों की तैयारियों से लेकर भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जरिए दलितों में भाजपा की पकड़ और मजबूत करने पर मंथन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सोनकर भी प्रदेश भर से जुटने वाले दलित नेताओं का मार्गदर्शन करेंगे। लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा में अंदरखाने जंगी तैयारियां शुरू हो गई हैं। दलितों के बीच भाजपा की पकड़ और मजबूत करने के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं को मूर्त रूप दिया है। अब संगठन के जरिए भी दलितों में भाजपा अपनी पकड़ और मजबूत करने की तैयारी में जुट गई है।
करीब छह सौ प्रतिनिधि सुझाव और प्रस्ताव रखेंगे
आगरा में 21 अक्टूबर को वृहद स्तर पर मंथन कर भाजपा इस मुहिम को मूर्तरूप देगी। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न जिलों से आ रहे करीब 600 प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में अपने सुझाव और प्रस्ताव भी रख
सकेंगे। दलित बाहुल्य में होने वाले इस कार्यक्रम से भारतीय जनता पार्टी प्रदेश भर के दलित समाज को बड़ा संदेश देने की योजना का माना जा रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से इस कार्यक्रम पर भाजपा का अधिक फोकस है।
Published on:
18 Oct 2018 04:32 pm
बड़ी खबरें
View Allआगरा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
