रामघाट पर रविवार के दिन ‘पत्रिका उत्तर प्रदेश’ को जब वाल्मीकि समाज के लोगों ने बताया कि उन्हें ब्राह्मण मंदिर में प्रवेश नहीं करने देते हैं, तो सहज विश्वास नहीं हुआ। हम सच्चाई जानने मंदिर में पहुंचे। उस समय वहां झाड़ू लगा रही महिला से पूछा तो उन्होंने अपना नाम चमेली देवी गोस्वामी बताया। साथ ही कहा कि वे मंदिर की पुजारी हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा कि वाल्मीकियों को मंदिर में प्रवेश नहीं है। अभी तक तो कोई वाल्मीकि मंदिर में नहीं आया। इसका कारण क्या है, उन्हें नहीं पता।