
Agra University
आगरा। शैक्षिक सत्र 2016.17 पूरा होने के लिए है और इस बार डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय जल्द परीक्षा कराकर सत्र को नियमित करना चाहता है। लेकिन विश्वविद्यालय से संबद्ध 71 कॉलेजों के 93,308 छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़़ हो रहा है। 71 कॉलेजों ने शैक्षणिक सत्र 2016-17 का पूरा परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय में जमा नहीं किया है। ऐसे में इन्हें अंकपत्र से वंचित होना पड़ सकता है। संबंधित कॉलेजों के अंकपत्र नहीं दिए गए हैं। चालू सत्र में इनको परीक्षा फार्म भरने का मौका भी नहीं दिया गया है।
सभी सेल्फ फाइनेंस कॉलेज, एक लाख से अधिक का शुल्क बकाया
जिन कॉलेजों ने विश्वविद्यालय में परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया है। ये सभी सेल्फ फाइनेंस कॉलेज हैं। विश्वविद्यालय का परीक्षा शुल्क करीब एक लाख रुपये प्रति कॉलेज के हिसाब से बकाया है। इनका परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया था, लेकिन अंकपत्र नहीं दिया गया है। इन कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को चक्कर काटना पड़ रहा है। कॉलेज में बताया जाता है कि विश्वविद्यालय स्तर से परिणाम नहीं जारी किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय में पहुंचने पर विद्यार्थी को पता चलता है कि संबंधित कॉलेज ने फीस नहीं जमा की है, इससे उनका अंकपत्र रोका गया है। चालू शैक्षणिक सत्र में सभी 71 कॉलेजों की लॉगिन आईडी नहीं खोली गई है।
इन कॉलेजों पर है बकाया
सर्वाधिक 21.79 लाख रुपये श्रीबाबूलाल महाविद्यालय, गोवर्धन, मथुरा (कॉलेज कोड 330) का बकाया है। सबसे कम 1,00,640 रुपये श्रीजाहर सिंह महाविद्यालय, केसपुर एटा का बकाया है। वहीं विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. गिरजाशंकर शर्मा ने बताया कि संबंधित कॉलेजों को परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए नोटिस जारी किया जा चुका है। कुछ कॉलेजों ने फीस जमा करा दी, लेकिन कई कॉलेज ऐसे थे, जिन्होंने आधी अधूरी फीस जमा की। व्यवस्था बदली तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसे कॉलेजों की मार्कशीट रोक दीं, जिन्होंने पूरी फीस जमा नहीं की। अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हीं कॉलेजों की लागिन आईडी खोली है, जिन्होंने फीस जमा कर दी है। डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित का कहना है कि जिन कॉलेजों ने गत सत्र का परीक्षा शुल्क अभी तक नहीं जमा किया है, उनकी सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डाली जाएगी।
मार्च में परीक्षाएं, फीस जमा कराए बिना भरवाए फार्म
संबंधित कॉलेज के किसी भी विद्यार्थी का परीक्षा फार्म नहीं भरा गया है। मार्च में परीक्षाएं होनी हैं। छात्रों से प्रति वर्ष परीक्षा शुल्क लिया जा रहा है। कॉलेज उसे विश्वविद्यालय में जमा नहीं कर रहे हैं। विश्वविद्यालय नियमों के मुताबिक पहले शुल्क जमा कराना आवश्यक होता है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की मिलीभगत के चलते पिछले सत्रों में फीस जमा किए बिना ही फार्म भरवा दिए।
Published on:
31 Jan 2018 06:59 am
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