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आगरा। भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में सर्वाधिक नुकसान ताजमहल के शहर आगरा में हुआ है। आगरा में दो दिन में छह मौतें हो चुकी हैं, जो उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हैं। इसके बाद मैनपुरी और मेरठ में चार-चार मौतें हुई हैं। जलभराव तो सब जगह है ही। आगरा में हजारों लोगों को ‘जल कैद’ हो गई है।
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नियंत्रण कक्ष स्थापित
जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने दैवी आपदा (बरसात/बाढ़) आने के दृष्टिगत नागरिक सुरक्षा, कलक्ट्रेट आगरा में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका दूरभाष नम्बर-0562-2260550 तथा 0562-2260071 है। नियंत्रण कक्ष में कनिष्ठ लिपिक शिव कुमार कर्दम मो0नं0-7037831697 की प्रातः 6 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक, आर0आर0एम0 नरेन्द्र पाल सिंह मो0नं0-9557352164 की अपरान्ह 2 बजे से रात्रि बजे तक तथा ए0आर0आर0एम0 महेश कुमार शर्मा मो0नं0- 8937989520 की रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक ड्यूटी लगाई गई है। नागरिक यहां सूचना देकर राहत पा सकते हैं।
कहां कितनी मौतें हुईं
उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 26/27 जुलाई, 2018 को आंधी, तूफान, आकाशीय बिजली और अतिवृष्टि से आगरा में छह, मुजफ्फरनगर व कासगंज में तीन-तीन, मेरठ चार, मैनपुरी में चार, बरेली में दो, कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, रायबरेली, जालौन, जौनपुर, प्रतापगढ़, फिरोजाबाद, बुलन्दशहर, अमेठी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस तरह कुल 33 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। इन घटनाओं में आगरा में पांच, कानपुर देहात में तीन, मथुरा में दो, मुजफ्फरनगर में एक, मेरठ में छह, कासगंज में तीन, बुलन्दशहर में तीन समेत कुल 23 व्यक्ति घायल हुए हैं। आगरा में कोई पशु हानि नहीं नहीं हुई।
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मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक अब एक अगस्त को
संयुक्त आयुक्त उद्योग ने बताया कि मण्डलायुक्त के राममोहन राव की अध्यक्षता में मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक 31 जुलाई 2018 को शाम चार बजे आयुक्त लघु सभागार में आयोजित की गयी थी, जो अपरिहार्य कारणोंवश स्थगित हो गई है। अब यह बैठक एक अगस्त 2018 को शाम चार बजे आयुक्त लघु सभागार में आयोजित की गयी है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से बैठक में सूचना के साथ समय से आने का आग्रह किया है।
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Updated on:
28 Jul 2018 02:09 pm
Published on:
28 Jul 2018 09:33 am
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