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एमएलसी स्नातक और एमएलसी शिक्षक चुनाव में आम मतदाता वोट नहीं दे सकता है। इस चुनाव के लिए विशेष मतदाता होते हैं। स्नातक चुनाव के लिए वह व्यक्ति मतदाता हो सकता है, जो मतदान की तिथि से कम से कम तीन वर्ष पहले स्नातक की परीक्षा पास कर चुका हो। इसी तरह शिक्षक चुनाव में प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल विद्यालयों को छोड़कर अन्य सभी शिक्षक मतदान कर सकते हैं। फिर चाहे वह विद्यालय सरकारी हो या वित्तविहीन हो। इसमें डिग्री कॉलेज के शिक्षक मतदान कर सकते हैं। इंटर कॉलेज के शिक्षक भी पात्र हैं, चाहे वह प्राइमरी या जूनियर हाईस्कूल के छात्रों को पढ़ाते हों।
एमएलसी स्नातक और एमएलसी शिक्षक चुनाव में आम मतदाता वोट नहीं दे सकता है। इस चुनाव के लिए विशेष मतदाता होते हैं। स्नातक चुनाव के लिए वह व्यक्ति मतदाता हो सकता है, जो मतदान की तिथि से कम से कम तीन वर्ष पहले स्नातक की परीक्षा पास कर चुका हो। इसी तरह शिक्षक चुनाव में प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल विद्यालयों को छोड़कर अन्य सभी शिक्षक मतदान कर सकते हैं। फिर चाहे वह विद्यालय सरकारी हो या वित्तविहीन हो। इसमें डिग्री कॉलेज के शिक्षक मतदान कर सकते हैं। इंटर कॉलेज के शिक्षक भी पात्र हैं, चाहे वह प्राइमरी या जूनियर हाईस्कूल के छात्रों को पढ़ाते हों।
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एमएलसी स्नातक और एमएलसी शिक्षक चुनाव में भागीदारी करने के लिए यदि आप मतदाता बनना चाहते हैं, तो आपको दो पेज का एक फार्म भरना होगा, जिस पर आपके दो फोटो चस्पा होंगे। इस फार्म के साथ भारतवर्ष के किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की अंतिम वर्ष की अंकतालिका या डिग्री की छाया प्रति देनी होगी। इसके अलावा निवास प्रमण पत्र में आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र की प्रति भी संलग्न करनी होगी।
एमएलसी स्नातक और एमएलसी शिक्षक चुनाव में भागीदारी करने के लिए यदि आप मतदाता बनना चाहते हैं, तो आपको दो पेज का एक फार्म भरना होगा, जिस पर आपके दो फोटो चस्पा होंगे। इस फार्म के साथ भारतवर्ष के किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की अंतिम वर्ष की अंकतालिका या डिग्री की छाया प्रति देनी होगी। इसके अलावा निवास प्रमण पत्र में आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र की प्रति भी संलग्न करनी होगी।
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भरा हुआ फार्म जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा करना होता है। वैसे राजनतिक दल और प्रत्याशी स्वयं फार्म भरवाकर ले जा रहे हैं। इस बहाने सबको मोबाइल नम्बर मिले जा रहे हैं, जिनका उपयोग चुनाव में किया जाएगा।
भरा हुआ फार्म जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा करना होता है। वैसे राजनतिक दल और प्रत्याशी स्वयं फार्म भरवाकर ले जा रहे हैं। इस बहाने सबको मोबाइल नम्बर मिले जा रहे हैं, जिनका उपयोग चुनाव में किया जाएगा।